जयपुर: राजस्थान के सियासी संग्राम में अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को पूरी तरह पटखनी देने का इरादा जाहिर कर दिया है. गहलोत ने सीधे सचिन पायलट पर विधायकों की खरीद-फरोख्त कर कांग्रेस सरकार गिराने का आरोप लगाया है.
गहलोत ने इतना तक कहा कि उनके पास इसके सबूत हैं. गहलोत के ये आरोप काफी गंभीर माने जा रहे हैं. ऐसा इसकारण क्योंकि अबतक पायलट की तरफ से कहा जा रहा है कि उन्होंने पांच साल मेहनत की और सीएम पद पर कब्जा अशोक गहलोत ने जमा लिया.
सचिन पायलट की मेहनत की हर तरफ तारीफ भी हो रही है, इसके बाद वहां लगातार एक पीड़ित के तौर पर भी खुद को पेश करते रहे हैं. एक इंटरव्यू में भी सचिन पायलट ने इसतरह की बात कही हैं. उन्होंने कहा कि मैं गहलोत से नाराज नहीं हूं लेकिन मुझे कुछ काम ही नहीं करने दिया जाता, मेरे पास फाइलें नहीं आने दी जाती.
इसके अलावा पायलट ने कहा कि मैंने राहुल गांधी के कहने पर गहलोत को सीएम स्वीकार किया, राहुल ने सत्ता की बराबर भागीदारी का निर्देश गहलोत को दिया था, लेकिन हमें साइड लाइन किया गया.
पायलट ने सीएम पद पर अपनी दावेदारी के पीछे तर्क दिया कि उन्होंने पार्टी को बहुत नीचे से उठाकर सत्ता तक पहुंचाया, लेकिन सरकार बनते ही उन्हें कॉर्नर कर दिया गया.