नई दिल्ली: कोरोना संकट के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीसरी बार राष्ट्र को संबोधित कर सकते हैं. शनिवार को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से इस महामारी से निपटने के लिए दूसरी बैठक के बाद पीएम की राष्ट्र के नाम संबोधन की तैयारी की जा रही है.
माना जा रहा है कि राष्ट्र के नाम संबोधन में पीएम मोदी लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने के साथ ही कई बड़े बदलावों की घोषणा करेंगे.
दरअसल, बुधवार को पीएम की ओर से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संसद में विभिन्न दलों के संसदीय दल के नेताओं के साथ हुई बैठक में पीएम ने लॉकडाउन बढ़ाने का संकेत दिया था.
पीएम ने कहा था कि इस बारे में वह शनिवार को सभी मुख्यमंत्रियों की भी राय लेंगे। लगभग सभी दलों ने भी लॉकडाउन बढ़ाने पर सहमति दी थी। इससे पहले तेलंगाना, यूपी, मध्यप्रदेश सहित कुछ अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने पत्र लिख कर पीएम को लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने की अपील की थी.
सूत्रों के मुतबिक शनिवार को पीएम पहले इस मामले के विशेषज्ञों से बातचीत कर ताजा स्थिति का जायजा लेंगे. इसके बाद वीडियो कांफ्रेंसिंग से राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे. फिर देर शाम पीएम की राष्ट्र के नाम संबोधन की योजना है. इसी संबोधन में पीएम लॉकडाउन के संदर्भ में लिए गए फैसले की जानकारी देंगे.
सूत्रों का कहना है कि 14 अप्रैल को खत्म हो रहे लॉकडाउन को बढ़ाने पर कोई असमंजस जैसी स्थिति नहीं है. मगर इसके साथ आर्थिक हितों के मद्देनजर कई अहम बदलाव किए जाएंगे. स्कूल, कॉलेज, धार्मिक संस्थान पहले की तरह बंद रहेंगे. अंतर्राज्यीय गतिविधियों पर भी रोक रहेगी.
हालांकि, कुछ खास क्षेत्रों को सामाजिक दूरी का मापदंड पूरा करने की शर्त पर लॉकडाउन से छूट दी जा सकती है. इसमें खासतौर पर घरेलू हवाई सेवा बहाल करने की इजाजत दी जा सकती है. मगर इसके लिए एयरलाइंस को यात्रियों के बीच दूरी बरतने की शर्त पूरी करनी होगी. सीमित मात्रा में रेल यातायात को पूरी एहतियात के साथ शुरू करने पर भी माथापच्ची की जा रही है.