नई दिल्ली: केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता के गलियारे से ‘परिक्रमा संस्कृति’ को खत्म कर ‘परिश्रम और परिणाम’ को प्रमाणिक बनाया है. उन्होंने ‘परिश्रम और परिणाम के संकल्प ने खत्म की परिक्रमा संस्कृति” शीर्षक वाले ब्लॉग में नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से पिछले छह वर्षों में किए गए कार्यों का विस्तृत उल्लेख किया.
नकवी ने कहा, ”सत्ता और सियासत के गलियारे में दशकों से परिक्रमा को ही पराक्रम समझने वाले आज परिश्रम और परिणाम की कार्य संस्कृति के चलते हाशिये पर चले गए हैं. मोदी ने सत्ता के गलियारे से परिक्रमा संस्कृति को खत्म कर परिश्रम और परिणाम को प्रमाणिक बनाया है.”
मंत्री ने कहा, ”सामंती गुरुर वाली लाल बत्ती इतिहास का हिस्सा बन गई. सांसदों को सब्सिडी “जन्मसिद्ध अधिकार” लगती थी, जो एक झटके में खत्म हुई. मंत्री-सांसद ना रहने के बावजूद कुछ लोगों को सरकारी बंगलों पर कब्ज़ा रखना “संवैधानिक अधिकार” लगता था, उसे खत्म किया गया.”