नई दिल्लीः भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की मुसीबत बढ़ रही हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा कि मोदी की बहन पूरवी मोदी और बहनोई मियांक मेहता सरकारी गवाह बन गए हैं.
ईडी ने कहा कि दोनों 579 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त करने में मदद करेंगे. ईडी के अधिकारी ने कहा कि दोनों अमेरिका में न्यूयॉर्क में दो फ्लैटों की जब्ती में सहायता करेंगे और इसके साथ ही लंदन और मुंबई में एक-एक और दो स्विस बैंक खातों में पड़े शेष रकम के बारे में जानकारी देंगे.
मुंबई स्थित प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट कोर्ट ने वादा माफ गवाह बनने की इजाजत दे दी है. नीरव मोदी की बहन और बहनोई दो अरब डॉलर के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले में सरकारी गवाह बन गये हैं.
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में धन शोधन (मनी लांड्रिंग) मामले में ईडी फिलहाल लंदन की जेल में बंद नीरव मोदी, उसके रिश्तेदार मेहुल चोकसी और अन्य के खिलाफ जांच कर रहा है. हीरा कारोबारी की छोटी बहन पूर्वी मोदी (47) बेल्जयिम की नागरिक हैं जबकि उसके पति मयंक मेहता ब्रिटिश नागरिक हैं. उन्हें विदेश में स्थित बताया गया है और वह कभी जांच में शामिल नहीं हुए.
बयान में दोनों ने यह बताया है कि ‘नीरव मोदी ने उनके नाम से करीब 579 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी देश-विदेश में ली हुई है. केवल यही नहीं बल्कि उसमे मुंबई के ब्रीच कैंडी में साढ़े 19 करोड़ रुपये का फ्लैट भी लिया है.
न्यूयॉर्क में ट्रस्ट के नाम पर साढ़े 36 करोड़ और सेंट्रल पार्क साउथ न्यूयॉर्क में 182.82 करोड़ रुपये ट्रस्ट के नाम पर किए है. स्विट्ज़रलैंड में पूर्वी मोदी ने नाम पर बैंक एकाउंट खुलवाए हैं, जिसमें 108.23 करोड़ रुपये जमा करवाये हैं. इसके अलावा लंदन में 62 करोड़ रुपये का फ्लैट पूर्वी के नाम पर है.