नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के हाथरस से सामने आई गैंगरेप की घटना के सदमें से लोग उबर नहीं पाए की अब मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है. नरसिंहपुर के रिछाई गांव के चीचली थाने में गैंगरेप पीड़िता की रिपोर्ट न लिखे जाने से परेशान होकर पीड़िता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
पड़ोस में रहने वाले तीन लोगों ने किया बलात्कार
युवती और उसके परिजनों का आरोप था कि उसके ही पड़ोस में रहने वाले तीन लोगों ने पीड़िता का सामूहिक बलात्कार किया है. ऐसे में पीड़िता और उसके पति आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने को लेकर रोज चौकी और थाने के चक्कर लगाते थे, लेकिन पुलिस या तो सुनती ही नहीं और सुनती भी तो मामला दर्ज नहीं करती थी.
पुलिस ने नहीं लिखी शिकायत
पीड़ित के परिजनों का आरोप है कि गोटिटोरिया चौकी और चीचली के थाना प्रभारी ने शिकायत लिखने की बजाए पीड़िता के परिजनों को ही बुरा-भला सुनाया और घंटो थाने में बैठाकर रखा और फरियादी से पैसे भी मांगे तब कहीं जाकर छोड़ा. इस घटनाक्रम से पीड़िता और चिंतित हो उठी और उसने फांसी लगाकार अपनी जान दे दी.
इन अफसरों पर हुई कार्रवाई
गैंगरेप का ये मामला जब मध्यप्रदेश सरकार के संज्ञान में आया तो पीड़ित परिवार के आरोपों पर गौर करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. राज्य की शिवराज सरकार ने चीचली थाने के एसआई एमएन कुरपे को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना पर संज्ञान लेते हुए एडिशनल एसपी, एसडीओपी को भी हटाने के निर्देश जारी कर दिए हैं. वहीं इस पूरी घटना को लेकर जवाब भी मांगा गया है.