पलामू: हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के बैरांव पंचायत के नावाडीह गांव में 2 जुलाई को पूर्व वार्ड सदस्य बिनोद पाल की अज्ञात अपराधियों ने धारदार हथियार से वारकर हत्या कर दी थी. इस मामले का पुलिस में खुलासा कर लिया है. हत्या में संलिप्त तीन हत्यारे को गिरफ्तार कर लिया गया है.
बता दें कि दो जुलाई 2020 की रात अपराधियों ने बिनोद की हत्या कर दी थी. उस वक्त पुलिस ने अज्ञात अपराधियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. बाद में पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा के निर्देश पर हुसैनाबाद के अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी जीतेन्द्र कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन कर जांच शुरू की गई.
इस दौरान गांव के ही अप्राथमिकी अभियुक्त रामाधार पासवान, चन्द्रदेव पाल और विमलेश पाल (सभी बैराव, टोला नावाडीह हुसैनाबाद, पलामू) को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की गई.
पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी राजदेव प्रसाद ने बताया कि तीनों ने अपने स्वीकारोक्ति बयान में स्वीकार किया है कि मृतक बिनोद पाल ने 29 मई 1995 को नक्सलियों से रामाधार पासवान के भाई, विमलेश पाल और चंद्रदेव पाल की पिटाई कराई थी.
मारपीट के कारण रामाधार पासवान के भाई की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी. इसी आक्रोश में रामाधार पासवान और चन्द्रदेव पाल ने बदले की भावना से हुसैनाबाद क्षेत्र के अपराधी इंदल पासवान को एक लाख रुपए की सुपारी देकर बिनोद पाल की हत्या करा दी.
सुपारी किलर इंदल अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. कुख्यात अपराधी इंदल पासवान को विनोद पाल की हत्या के लिए रामाधार और चंद्रेश्वर पाल ने 50 हजार के रूप में एडंवास दिया.
इसके बाद इंदल पासवान दो जुलाई 2020 की रात बिनोद पाल को घर से पकड़कर झपही नदी के पास ले गया और फिर राजेन्द्र और अन्य साथियों के साथ मिलकर विनोद की हत्या कर दी. हत्या के बाद रामाधार पासवान और चन्द्रदेव पाल ने बकाया 50 हजार रुपए भी दे दिया.
थाना प्रभारी ने बताया कि इंदल पासवान के खिलाफ हुसैनाबाद थाना सहित आस-पास के थाने में भी कई कांड दर्ज हैं. गिरफ्तार तीनों अपराधियों को हुसैनाबाद पुलिस ने जेल भेज दिया है.