जमशेदपुर: बिष्टुपुर थाना क्षेत्र स्थित होटल अलकोर में अनैतिक कार्य करने, देह व्यापार करने और धारा 420 यानी धोखाधड़ी के मुकदमा के तहत पांच लोगों को जेल भेज दिया गया है. जेल जाने वालों में होटल अलकोर के मालिक राजीव दुग्गल, होटल अलकोर के मैनेजर धनंजय सिंह, राहुल अग्रवाल और शरद पोद्दार के साथ एक महिला को भी हथकड़ी और रस्सी लगाकर जेल भेजा गया. इस मामले में होटल अलकोर में पकड़े गये लड्डू मंगोतिया, सीतारामडेरा निवासी रजत जग्गी और मानगो निवासी दीपक अग्रवाल को पकड़कर होम क्वारंटाइन में भेजा जा रहा है. क्योंकि वे लोग सभी लोगों के संपर्क में आये थे.
इस मामले को लेकर जांच अभी भी जारी है और सभी से पूछताछ की जा रही है. तीनों को जब थाना को जरूरत होगी, तब जांच में बुलाया जायेगा. इसको लेकर खुद जमशेदपुर के एसएसपी अनूप बिरथरे ने जांच की है. सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट को जांच अधिकारी बनाया गया है. इस मामले की जांच अभी जारी रहेगी। सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है, जिससे दोषियों पर कार्रवाई की जायेगी। इसको लेकर अलग से एक मुकदमा सोमवार को दायर किया गया. जिसमें पुलिस की ओर से होटल मालिक, मैनेजर समेत अन्य लोगों के खिलाफ एक अलग से मुकदमा दायर किया गया है. जिसमें उनको अनैतिक कार्य करने और फरजी दस्तावेज के जरिये लॉकडाउन के दौरान कोलकाता की एक लड़की को रखकर अनैतिक कार्य कराने का मामला दायर किया गया है.
इस मामले में पहले ही बिष्टुपुर के थाना प्रभारी राजेश प्रकाश सिन्हा को हटा दिया गया था, लेकिन डीआइजी ने उनको दोषी पाते हुए तत्काल प्रभाव से सस्पेंड भी कर दिया है. राजेश प्रकाश सिन्हा के सस्पेंशन पर दोपहर बाद मुहर लगी. इस मामले में बिष्टुपुर थाना प्रभारी पर पैसे लेकर आरोपियों को लाभ दिलाने को लेकर विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी गयी है.