लखनऊ: कमलेश तिवारी हत्याकांड मामले का अब खुलासा हो चुका है. कमलेश तिवारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ चुकी है. इस मामले में एसएसपी कलानिधि नैथानी का कहना है कि किसी युवती की गैर मजहब में शादी को लेकर तनातनी की बात सामने आई है. इसके अलावा कई अन्य बिंदुओं पर भी पड़ताल की जा रही है.
एसएसपी ने बताया कि कमलेश खुर्शीदबाग के जिस घर में रहते थे, उसकी पहली मंजिल पर ही हिंदू समाज पार्टी का कार्यालय है. दोपहर को वह कुशीनगर निवासी कर्मचारी सौराष्ट्रजीत सिंह के साथ कार्यालय में बैठे थे तभी भगवा कपड़े पहने दो युवक वहां आ गए. कमलेश शायद उन्हें पहचानते थे. दोनों से वह बातचीत करने लगे. उन्होंने युवकों के लिए चाय-नाश्ता भी मंगाया. कुछ देर बाद उन्होंने सौराष्ट्रजीत सिंह को सिगरेट व गुटखा लाने के लिए बाहर भेज दिया.
कर्मचारी के जाते ही बदमाशों ने अपने पास मौजूद मिठाई के डिब्बे से असलहे निकालकर कमलेश के गले में गोली मार दी. इसके बाद चाकू से सीने में कई वार किए व गला काट दिया. वारदात के बाद बदमाश मौके से भाग निकले. कुछ देर बाद सिगरेट-गुटखा लेकर लौटे सौराष्ट्रजीत सिंह ने उन्हें खून से लथपथ देखा तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई. उसकी चीखें सुनकर घर पर मौजूद परिवार के सभी लोग आ गए. खून से लथपथ कमलेश को ट्रामा सेंटर ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया. उधर, कमलेश की हत्या से राजधानी हिल गई. पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के होश उड़ गए.
हिंदूवादी संगठनों में उबाल आ गया. सैकड़ों लोग घटनास्थल पर एकत्र हो गए और हंगामा व धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया. पुलिस-प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए गणेशगंज से लेकर अमीनाबाद तक दुकानें बंद करा दी गईं. इलाके में तनाव फैल गया. जगह-जगह भीड़ एकत्र हो गई और सरकार विरोधी नारेबाजी होने लगी. कुछ लोगों ने रोडवेज बस में तोड़फोड़ की. पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद लोगों ने तिराहा पर जाम लगा दिया. देर रात तक बवाल चल रहा था.