गुमला: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 72वीं पुण्यतिथि के अवसर पर आगामी 30 जनवरी से 13 फरवरी 2020 तक राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान चलाया जाएगा.
अभियान के लिए उपायुक्त गुमला शशि रंजन ने सभी चिकित्सा पदाधिकारियों/कर्मियों एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों को कुष्ठ से आखिरी युद्ध करने के लिए आयोजित होने वाले अभियान में अपनी-अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.
उन्होंने जागरूकता अभियान को समाज के निचले पायदान तक ले जाने के लिए समाज कल्याण विभाग, स्वास्थ्य विभाग एवं शिक्षा विभाग को समन्वय बनाकर अभियान को सफल बनाने का निर्देश दिया.
जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ. अन्सलेम लकड़ा एवं विजय कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के सहिया अपने-अपने क्षेत्रों में चिन्हित कुष्ठ पीड़ितों को घर-घर जाकर दवा खिलाने का काम करेगी.
उन्होंने बताया कि सुन्न दाग-धब्बों का ज्ञान ही कुष्ठ रोग की पहचान है. इस पाक्षिक अभियान में कुष्ठ रोग के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में कुष्ठ जागरूकता शिविर लगाया जाएगा.
समाज कल्याण विभाग की आंगनबाड़ी सेविकाएं, स्वास्थ्य विभाग की सहिया, विद्यालयों के शिक्षक तथा ग्राम सभाओं में ग्राम प्रधानों द्वारा कुष्ठ रोग की पहचान एवं मरीजों के साथ मानवीय दृष्टिकोण रखने के लिए आमजन को प्रेरित किया जाएगा.
सिविल सर्जन डॉ. विजया भेंगरा एवं जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ. अन्सलेम लकड़ा ने बताया कि महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर गुमला ऑडिटोरियम के गांधी पार्क में महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ ही कुष्ठ जागरूकता शिविर का शुभारंभ किया जाएगा. साथ ही सदर अस्पताल परिसर में भी कुष्ठ जागरूकता के लिए जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.
जिले में कुष्ठ जागरूकता अभियान के प्रचार-प्रसार के लिए दीवार लेखन के साथ ही प्रमुख स्थानों पर होर्डिंग बैनर संधारित किया गया है. सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के एलईडी वैन के द्वारा भी कुष्ठ जागरूकता अभियान का विडियो क्लिप के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है.
30 जनवरी से 13 फरवरी तक जिले के सभी सामुदियाक स्वास्थ्य केंद्र एवं उप केंद्रों में कुष्ठ जागरूकता शिविर संचालित किया जाएगा. उन्होंने आम नागरिकों से अभियान की सफलता के लिए सहयोग की अपील की है.