रांची: कोविड-19 रांची जिले के उपायुक्त के द्वारा सोमवार को रांची जिले के प्राइवेट हॉस्पिटल्स के प्रबंधक के साथ एक आपातकालीन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता रांची के उपायुक्त राय महिमापत रे के साथ साथ जिला के उप विकास आयुक्त अनन्या मित्तल एवं बुंडू के एसडीएम उत्कर्ष व रांची जिले के सिविल सर्जन की उपस्थिति में संपन्न हुई.
उपायुक्त के द्वारा कोविड-19 के मरीजों से संबंधित नियमों के साथ साथ सम्पूर्ण इलाज के लिए रांची जिले के रिम्स के अलावा दो अलग अस्पतालों को चिन्हित किया गया. पहले चरण की योजना में 20 वेंटिलेटर एवं दूसरे संबधित सहायक मशीनरी अगले सात दिनों में तैयार की जाए जो की रांची के प्रत्येक हॉस्पिटल्स से वेंटिलेटर व पैरामेडिक्स होंगे. यदि किसी परिस्थितियों में कोविड-19 के मरीजों में वृद्धि होती है तो रांची के और भी अस्पतालों को आपातकालीन में इस कार्य के लिए लिया जा सकता है. यदि क्वारेंटाइन के केस सामने आते हैं तो इन तीनों स्टेडियमों में से किसी एक को मेक शिफ्ट व ऑब्जर्वेशन सेन्टर के रूप में बदला जा सकता है.
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उपायुक्त ने यह सुनिश्चित किया की रांची जिले में सेनिटाइजर एवं पी पी ई की कोई कमी नहीं है और इसे अगले 7 दिनों के अंदर सभी जगहों पर मुहैया करा दी जाएगी. इसके साथ साथ उन्होंने राज्य के विभिन्न अस्पतालों के राज्य सरकार एवं आयुष्मान भारत के पिछले बकाया राशि का जल्द से जल्द भुगतान कराने का आश्वासन भी दिया. उन्होंने इस कार्यक्रम में उपस्थित व इस महामारी से लड़ने के लिए आगे आए सभी संस्थाओं एवं अस्पतालों का धन्याद ज्ञापन भी किया. इस कार्यक्रम में रांची जिले के प्रसिद्ध डॉक्टर एवं अस्पतालों के प्रबंधक भी उपस्थित थे जिसमे डॉक्टर अजय कुमार सिंह (आरपीएस हॉस्पिटल), डॉ. शंभू कुमार (कांके हॉस्पिटल), योगेश गंभीर(राज हॉस्पिटल), डॉ राजेश कुमार (रानी हॉस्पिटल), डॉ अनंत सिन्हा (देवकमल हॉस्पिटल), डॉ सुधीर कुमार(जगरनाथ हॉस्पिटल), डॉ विजय मिश्रा(मेडिका) एवं अन्य भी मौजूद थे.