जितनारायण शर्मा,
गोड्डा: बुधवार को स्थानीय सिविल सर्जन कार्यालय में प्रभारी सिविल सर्जन मंटू कुमार टेकरीवाल की अध्यक्षता में डेंगू बुखार के जागरूकता के लिए एवं बचाव के प्रचार प्रसार के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया.
उन्होंने अपने पद को लेकर मीडिया कर्मियों को जानकारी प्रदान की. साथ ही मीडिया कर्मियों के साथ ही जिले की समस्याओं से रूबरू हुए.
उन्होंने बताया कि जिले में डेंगू की रोकथाम के लिए व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार किए जा रहे हैं. जिले में कहीं भी डेंगू की आशंका पाए जाने से पीड़ित रोगियों की जांच गठित टीम के द्वारा की जा रही है.
रोग रोकथाम एवं निवारण के निगरानी विभाग की टीम में शामिल डॉ उज्जवल कुमार सिन्हा के द्वारा बताया गया कि डेंगू पहचानने के लक्षण निम्न प्रकार से हैं.
- अचानक तेज बुखार आना या पहचान खोना.
- तेज सिर दर्द.
- जोड़ों एवं मांसपेशियों में दर्द.
- आंखों के पिछले हिस्से में दर्द.
- नाक बहना उल्टी होना.
- छाती और हाथों में खासरा जैसे चक्ते दाने निकल आना.
- मसूड़ों तथा अंतः स्रावी ग्रंथियों से खून आना.
- भोजन में अरुचि या भूख ना लगना.
प्रभारी सिविल सर्जन महोदय के द्वारा डेंगू से बचाव के लिए लक्षण भी बताए गए. उन्होंने डेंगू से बचने के लिए विभिन्न रोकथाम के लिए उपाय को मीडिया कर्मियों के सामने रखा.
डेंगू से बचाव के लिए उन्होंने बताया कि मच्छरों से बचें, आसपास को साफ सुथरा रखें, पूरे शरीर में ढकने वाले कपड़े पहने, मच्छरदानी का प्रयोग करें.
संभव हो तो पानी के बर्तनों को ढक कर रखें, बुखार होने पर पानी पीकर आराम करें. सप्ताह में पानी की टंकी, कूलर, फ्रिज ट्रे, की सफाई करें.
चिकनगुनिया संक्रमित एडिस मच्छर के काटने से फैलता है जो कि बहुत ही खतरनाक है. इनके उपचार के लिए जिले के सभी स्वास्थ्य कर्मियों को उन्होंने एकजुट होकर कार्य करने के लिए प्रेरित किया.
मौके पर स्वास्थ्य कर्मी एवं मीडिया कर्मी उपस्थित थे.