रांची: रिम्स GNM स्कूल ऑफ नर्सिंग की एक छात्रा कोरोना पॉजिटिव निकली. विदित हो कि लॉक डाउन होने के समय से ही छात्राएं छुट्टी की मांग कर रही थी, लेकिन इन्हें जबरदस्ती होस्टल में ही रखा गया.
कुछ दिन पहले एक छात्रा को बिहार (गया) शादी में जाने के लिए छुट्टी दी गयी. जब किसी छात्रा को छुट्टी नहीं मिल रही थी तो एक छात्रा को बिहार जाने की अनुमति कैसे दी गयी. 2ND ईयर की एक छात्रा शादी में समिलित होने बिहार गयी. पिछले संडे को वो वापस हॉस्टल आयी. कॉलेज की प्रिंसिपल एवं वार्डन ने बिना कोई जांच किये उसे होस्टल में एंट्री दे दी. वापस आने के 6 दिनों तक वो होस्टल में सभी छात्राओं के साथ ही रही. सबके साथ उठना बैठना खाना पीना सब एकसाथ.
कांग्रेस छात्र संगठन एन.एस.यू.आयी के प्रदेश उपाध्यक्ष इंदरजीत सिंह ने कहा कि आखिर इतनी लापरवाही कैसे कर सकती है प्रिंसिपल और वार्डन. बिहार से आई हुई छात्रा को बिना जांच कराए कैसे होस्टल में एंट्री दिया गया. क्या कोई साजिश की जा रही है. क्योंकि रिम्स नर्सिंग का मामला पिछले 7 दिनों से सुर्खियों में है, और कल ही रात अचानक पूरे होस्टल को छुट्टी देने की सूचना दी गयी और रात में ही कोरोना पॉजिटिव की रिपोर्ट आई.
इंदरजीत सिंह ने कहा कि सभी छात्राओं में भय का माहौल है. दिन पर दिन कोई न कोई मामला रिम्स नर्सिंग में हो रहा. बिना सुरक्षा के सभी को जबरदस्ती ड्यूटी दिया जाता है.
अब इन सब 150 छात्राओं की जिम्मेवारी कौन लेगा रिम्स प्रशासन या प्रिंसिपल.
इंदरजीत सिंह ने बताया कि अब सभी छात्राओं को घर जाने बोला जा रहा है. होस्टल में मेस भी बंद किया जा रहा है. सब छात्राओं को यू हीं छोड़ दिया गया है.
सभी छात्रायें अपनी जांच कराने की कर रही मांग.
अब बिना जांच और रिपोर्ट के कोई घर नहीं जाना चाहती. उनका कहना है कि उन सभी का जब तक जांच और रिपोर्ट नहीं आता वो अपने फैमिली को रिस्क में नहीं डालना चाहती. बिना जांच कराए घर जाने से कितनों की जिंदगी से खिलवाड़ होगा. संक्रमण बढ़ेगा.
कांग्रेस छात्र संगठन एन.एस.यू.आयी के प्रदेश उपाध्यक्ष इंदरजीत सिंह ने इतनी बड़ी लापरवाही के लिए प्रिंसिपल एवं वार्डन को हटाने की मांग कर रहे एवं सभी 150 छात्राओं एवं सभी फैकल्टी की कोरोना जांच कराने की अपील की है.