पूरी दुनियां को कोरोना के संकट में डालने वाला विवादित चीन अपनी अजीब अजीब हरकतों के लिए मशहूर है. अब चीन अपने नागरिकों की प्राइवेसी को अनदेखा कर घरों के अंदर और बहार कैमरा लगवा रहा है.
बताया जा रहा है की चीन में निगरानी कैमरे लगाए जा रहे हैं. ये कैमरे घरों के बाहर ही नहीं अंदर भी लगाए जा रहे हैं. इससे घरों के अंदर चल रही हलचल को भी देखा जा रहा.
चीन में कोरोना संक्रमण के चलते क्वारंटीन में रह रहे लोगों पर निगरानी रखने के लिए लोगों के घरों के सामने सर्विलांस कैमरे लगवाए गए हैं. इसके लिए प्रशासन की ओर से कोई आदेश भी जारी नहीं किया गया ह. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो इन कैमरों के जरिए केवल घर के बाहर ही नहीं बल्कि घरों के अंदर हो रही एक्टिविटी को भी देखा जा रहा है.
चीन में अब लोगों के घरों के अंदर तक नजर रखी जा रही है. आंकड़ों की मानें तो चीन में 2018 तक करीब 35 करोड़ सर्विलांस कैमरे लगाए गए थे जो अमेरिका की तुलना में 5 गुना ज्यादा है. बता दें कि कोरोना वायरस का प्रभाव सबसे पहले चीन के वुहान शहर में ही देखने को मिला थ.
चीन के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक देश में 4,633 कोरोना वायरस से मारे गए हैं और 82 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हैं. हालांकि चीन के इन आंकड़ों को दुनियाभर में संदेह की नजर से देखा जाता है.
चीन में लोग कब घर से बाहर निकल रहे हैं? बाहर जाने की कोई वाजिब वजह है कि नहीं? इस दौरान उन्होंने मास्क तो पहन रखा है? कोरोना संक्रमण को दोबारा फैलने से रोकने को प्रशासन इन्हीं बातों पर नजर रखा रहा है. उसने हर घर के बाहर स्थानीय पुलिस स्टेशन से जुड़े ‘सर्विलांस कैमरे’ तैनात किए हैं.
क्या कहते हैं विशेषज्ञ: निजता के अधिकारों की पैरवी करने वाले सौ से अधिक संगठनों ने कोरोना संकट के दौरान निगरानी को जरूरी बताया पर उन्होंने कहा कि कैमरे उन्हीं लोगों के घरों के बाहर लगें, जो संक्रमित या संदिग्ध हों लोगों की आवाजाही पर नजर रखने वाली तस्वीरें ही ली जाएं, रिकॉर्डिंग पर प्रतिबंध ह. प्रशासन कैमरे से प्राप्त डाटा की सुरक्षा सुनिश्चित करे और जानकारी लीक होने पर संबंधित कर्मचारी पर कार्रवाई हो.