बिहार: कोरोना महामारी के कारण सरकार द्वारा लॉकडाउन घोषित किया गया जिसकी वजह से राज्य के सभी स्कूल व कॉलेज बीते महीनों से बंद है लेकिन अब निजी स्कूल प्रबंधन के द्वारा SMS कर अभिभावकों पर फीस का दवाब बनाया जा रहा है.
जबकि इस संबंध में सरकार द्वारा पूर्व जारी निर्देश में कहा गया था कि स्कूलों द्वारा छात्रों से किसी प्रकार का शुल्क नहीं वसूला जायेगा लेकिन फीस के बढ़ते दवाब के कारण अभिभावक काफी परेशान है. एक तरफ सरकार की ओर फीस पर कोई निर्णय नहीं आया. वहीं दूसरी तरफ अभिभावकों से फीस मांगा जा रहा है.
इस संबंध में विद्यार्थी परिषद के संयोजक सह मुंगेर विश्वविद्यालय के सीनेट सदस्य विक्की कुमार ने कहा कि स्कूल प्रबंधन द्वारा SMS कर फीस मांगी जा रही है जबकि कई लोग ऐसे है जिन्हें लॉकडाउन के कारण वेतन भी नहीं मिला और कई के तो काम भी छिन चुके हैं. इस परिस्थिति में उनके लिए किताब लेना और फीस देना बहुत ही मुश्किल है. ऐसे में निजी स्कूल प्रबंधन के द्वारा अभिभावकों को थोड़ा समय देना चाहिए कि जब तक इस पर सरकार कोई निर्णय ना ले.