लखनऊ: आज तालीम तरबियत वेलफेयर सोसायटी के प्रबंधक फैसल खान लाला ने स्कूलों की फीस माफी के लिए रामपुर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से मुलाकात की और उन्हें एक ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में कहा गया है कि जीवन में पहली बार ऐसा वक्त आया है जो लोग न सिर्फ कोरोना जैसी बीमारी से जूझ रहे हैं, बल्कि आर्थिक संकट से भी दो चार हो रहे हैं.
लॉकडाउन की वजह से लोगों का काम, कारोबार बिल्कुल ठप है बड़ी मुश्किल से लोग अपना गुजारा कर रहे हैं ऐसे में समझ नहीं आ रहा है कि लोग स्कूलों की फीस कहां से दें.
इस संकट के वक्त जिस तरह जनपद रामपुर में दुबई पब्लिक स्कूल, पाल्म ट्री एकेडमी सहित अन्य कई स्कूलों ने पहले ही तीन महीने की फीस माफ कर दी है. साथ ही लाॅकडाउन में लाखों लोगों ने अपने किरायदारों का किराया माफ कर दिया है.
उसी तरह सभी स्कूलों को न सिर्फ तीन महीनों की फीस माफ करना चाहिए, बल्कि अपने बचत खाते से अपने शिक्षक और स्टाफ को तनखाह भी देना चाहिए.
फैसल लाला ने जिलाधिकारी के उस पत्र का हवाला दिया जिसमें ज़िलाधिकारी ने सभी मान्यता प्राप्त सीबीआई/आईसीएससी स्कूलों को निर्देशित किया था कि 30 जून से पहले कोई स्कूल फीस जमा कराने का दबाव अभिभावकों पर नहीं बनाएगा, परन्तु स्कूलों की तरफ से लगातार जिलाधिकारी के आदेशों की धज्जियां उड़ाते हुए फीस जमा कराने को मैसेज व कॉल करके अभिभावकों पर दबाव बनाया जा रहा है. ऐसे में क्या उनकी मान्यता रद्द नहीं की जाना चाहिए ?
फैसल लाला ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से आग्रह करते हुए कहा कि तीन माह से स्कूल बंद है और नहीं पता कब खुलेंगे. यदि स्कूल खुले भी तो ज़्यादातर अभिभावक इस साल अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगें.
ऐसे में या तो बच्चों की फीस माफ हो या फिर इस साल केलव 50% फीस ही अभिभावकों से ली जाए ताकि स्कूल के मूल भूत खर्चे भी पूरे हो जाएं और अभिभावकों को भी राहत मिल जाए ताकि कोई भी अभिभावक कर्ज में डूबकर कोई आत्मघाती कदम उठाने को मजबूर न हो.