रांची: सीसीएल की विगत कई वर्षों से प्राथमिकता ‘गरीब, ग्रामीणों एवं श्रमिकों का सर्वांगीण विकास’ रही है. सीएमडी गोपाल सिंह के नेतृत्व में वर्षों से लंबित मगध-आम्रपाली परियोजना का ना सिर्फ शुरू हुई, बल्कि क्षेत्र के विकास एवं प्रगति के लिए ‘कायाकल्प योजनाओं’ के माध्यम से अनेको कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है. सीसीएल द्वारा शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, सिंचाई, रोजगार आदि क्षेत्रों में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति के सर्वागींण विकास हेतु सतत प्रयास किये जा रहे हैं.
सीएमडी ने कहा कि सीसीएल मुख्य प्राथमिकता गरीब, ग्रामीणों एवं श्रमिकों का सर्वागींण विकास है. सीसीएल क्षेत्र के विकास और प्रगति के लिए प्रतिबद्ध है और यह विश्वास दिलाता है कि आगे भी कल्याणकारी योजनाओं और तेजी से क्रियान्वयन किया जायेगा.
मगध-आम्रपाली क्षेत्र के 51 परियोजना प्रभावित बच्चों को गोद लिया गया है, जिन्हे संत जोसेफ स्कूल, मंडेर और संत थॉमस स्कूल, टंडवा में हॉस्टल की सुविधा के साथ शिक्षा मुहैया करायी जा रही है. सीसीएल द्वारा शिक्षा से संबंधित खर्च यानि स्कूल फीस, हॉस्टल फीस, किताबें, स्टेशनरी आदि का भुगतान सीएसआर के तहत किया जा रहा है. साथ ही, सीएसआर पहल के अंतर्गत परियोजना प्रभावित ग्रामीणों के बच्चों को स्कूल आनेजाने के लिए 52 सीट वाली 2 स्कूल बस का परिचालन किया जा रहा है.
एक बस आम्रपाली परियोजना के बच्चों और दूसरी मगध परियोजना के बच्चों के लिए उपलब्ध कराई गयी है. इन बसों का उद्घाटन सिमरिया केमाननीय विधायक किशुन दास द्वारा किया गया. दोनों परियोजना के विस्थापित गांवों के विभिन्न सरकारी एवं निजी स्कूलों में 387 डेस्क एवं बेंचों का वितरण किया गया है. फुलबसिया गांव स्थित स्कूल की बॉउंड्री का भी निर्माण किया गया है. साथ ही ग्राम कुंडी में भी स्कूल का निर्माण किया जा रहा है.
अब तक मगध परियोजना में 325 और आम्रपाली परियोजना में 77 विस्थापितों को भूमि के बदले सीसीएल में स्थायी नौकरी प्रदान की जा चुकी है. इसके अलावा सीसीएल प्रबंधन की अनुशंसा के आधार पर आउटसोर्सिंग कंपनियां मगध परियोजना में 418 और आम्रपाली परियोजना में 700 प्रभावित एवं विस्थापित रैयतों को उनकी दक्षता (कुशल व अकुशल) के आधार पर रोजगार उपलब्ध कराया है. उत्पादन एवं प्रेषण कार्यों में भी रोजगार के अन्य अवसर का सृजन हो रहे हैं, जिससे स्थानीय ग्रामीण अप्रत्यक्ष रूप से लाभान्वित हो रहे हैं.