पटना: बिहार में नवगठित बिहार सरकार के दौरान विधान परिषद की कार्यवाही के अंतिम दिन कई ऐसे पल देखने को मिले जब सत्ता पक्ष व विपक्ष कई मसलों पर एक दूसरे को घेरते हुए दिखे. इसी क्रम में एक बार तब भी हंगामा हुआ जब बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी किसी भी सदन के सदस्य नहीं होने के बावजूद विधान परिषद में मौजूद रहे. उनके बोलने पर भी सदन में हंगामा हुआ. राबड़ी देवी और बिहार सरकार के मंत्री मुकेश सहनी के बीच तीखी नोंक-झोंक भी हुई. यह हंगामा तब और बढ़ गया जब पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने सहनी के कुछ राज खोलने की बात कह दी.
दरअसल, पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने मुकेश सहनी के बोलने का विरोध किया और पूछा कि वह किस हैसियत से परिषद में बैठे हैं. जब सदन के सदस्य नहीं तो कैसे बैठे हैं? आरजेडी नेताओं द्वारा इस बात का लगातार विरोध किया जाता रहा. हालांकि परिषद के सभापति ने कहा कि संवैधानिक व्यवस्था के तहत बैठे हैं.
इसी बीच विधान परिषद में मुकेश सहनी और राबड़ी में तीखी बहस भी हुई. सहनी ने कहा कि लालू ने फोन कर मुझे भी लालच दिया. मल्लाह के बेटे को लालच देकर फंसाया जा रहा था. मुकेश सहनी ने राजद पर अतिपिछड़ों की पीठ में खंजर भोंकने का आरोप लगाया. इस पर राबड़ी देवी ने भी जबर्दस्त पलटवार किया और कुछ राज खोलने की बात कह दी.
राबड़ी ने कहा, चुनाव में 25 सीट और डिप्टी सीएम का पद मांग रहे थे. मुकेश सहनी कितने बड़े लालची हैं हमें पता है. हमलोगों ने मुंह खोल दिया तो बेइज्जत हो जाएंगे. राबड़ी देवी के इतना कहते ही मुकेश सहनी चुप होकर बैठ गए. इस मामले को लेकर सदन में काफी देर तक नोकझोंक होती रही और सदन में सभापति द्वारा शांति बनाए रखने की अपील भी की जाती रही.