नई दिल्ली: पीएम मोदी ने कोरोना के संक्रमण को रोकने के लिए 14 अप्रैल तक लॉकडाउन की घोषणा की है. देशभर में ट्रेनों से लेकर हवाई उड़ान तक रोक लगी है.
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अभी भी बहुत से ऐसे लोग है जो अभी भी परिवार से दूर कहीं फंसे हैं. कोई अपने रिश्तेदार के यहां है तो कोई गांव में. ऐसे में अब लोगों को लॉकडाउन खुलने का इंतजार है.
लोग ट्रेन और प्लेन चलने का इंतजार कर रहे हैं. लोग आईआरसीटीसी की साइट पर यह सर्च कर रहे हैं कि कब से ट्रेनों में बुकिंग कराई जा सकती है.
रेलवे आंकड़ों के अनुसार, 15 अप्रैल को अभी तक रेल टिकट की बुकिंग 20 फीसदी से ऊपर नहीं हो रही है. 15 अप्रैल की ई-टिकट की बुकिंग लगभग दो लाख हुई है.
भारत सहित विश्व में कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए यात्री ट्रेन के रद्द रखने की अवधि बढ़ाए जाने की पूरी संभावना है. 21 व 22 अप्रैल को एक लाख 10 हजार के बीच ही टिकट की बुकिंग हुई है.
रेलवे अधिकारियों का कहना है कि 31 मार्च तक जनता कर्फ्यू की घोषणा होने पर लोगों ने टिकट बुकिंग की, लेकिन बाद में 21 दिन का लॉकडाउन होने के बाद 80 फीसदी लोगों ने टिकट रद्द कराने शुरू कर दिए.
रेलवे ने उन लोगों को राहत जरूर दी है जिनके टिक्ट लॉकडाउन के तारीख के हैं. इन लोगों को टिकट कैंसिल कराने की जरूरत नहीं है.
रेलवे इन टिकट को खुद रद करके इनका पैसा लोगों के खाते में भेजेगा. पहले प्रतिदिन ऑनलाइन और काउंटर से औतसन 16 लाख ट्रेन टिकट की बुकिंग होती थी.
आईआरसीटीसी से ई-टिकट बुक कराने को लेकर आम लोगों में भ्रम है. जनता को लगता है कि देशभर में 13,524 ट्रेन ठप होने से वेबसाइट को भी बंद कर दिया गया है.