रवि सिंह ब्यूरो चीफ
गोरखपुर:- कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए रेलवे प्रशासन सतर्क रेल यात्री एवं रेल कर्मचारियों कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कर रहे हैं बेहद सुरक्षित उपाय कोरोना प्रोटोकॉल के प्रति आम जनमानस को कर रहे जागरूक एनईं रेलवे जीएम विनय कुमार तिवारी ने प्रेस वार्ता कर बताया कि संक्रमण की बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए रेलवे प्रशासन द्वारा रेल यात्रियों एवं रेलकर्मचारियों की सुरक्षा करना हमारा दायित्व व कर्तव्य है रेल यात्रियों व कर्मचारियों को जागरूकता अभियान चलाकर रेलवे स्टेशनों एवं कार्यालयों में पोस्टर के माध्यम से ‘ दवाई भी , कडाई भी संदेश का प्रसार किया जा रहा है . इसमें कोविड से बचाव के अन्तर्गत तीन सावधानिया- मास्क को सही प्रकार से लगाना हाथ को बार – बार धोकर स्वच्छ रखना दो गज की दूरी का पालन करना सम्मिलित है . इसके अतिरिक्त स्टेशनों पर कोविंड से बचाव हेतु संबंधित संदेश को जन सम्बोधन प्रणाली के माध्यम से प्रसारित किया जा रहा है तथा स्टेशन परिसर में मास्क नहीं लगाने पर जुर्माना लगाने का भी प्रावधान किया गया है . जन जीवन को सामान्य बनाने हेतु तथा जन सामान्य की यात्रा सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए वर्तमान में पूर्वोत्तर रेलवे पर अनुरक्षित की जाने वाली कुल 71 जोड़ी मेल / एक्सप्रेस ट्रेनों में से अभी तक कुल 64 जोड़ी मेल / एक्सप्रेस ट्रेनें चलायी जा रही हैं जो कि कोविड संक्रमण से पहले की तुलना में देखे तो 90 प्रतिशत ट्रेनें है , जिनमें कुल 24 जोड़ी मेल / एक्सप्रेस गाड़ियों मुम्बई के लिये है . पूर्वोत्तर रेलवे पर कुल 85 पैसेन्जर ट्रेने चलायी जानी है जिनमें से 36 पैसेन्जर ट्रेनों को अनारक्षित एक्सप्रेस ट्रेनों के रूप में चलाया जा रहा है अर्थात कुल लगभग 42 प्रतिशत पैसेन्जर ट्रेनों को चलाया जा रहा है . पूर्वोत्तर रेलवे पर सामान्य दिनों में चलने वाली औसतन 200 मेल / एक्सप्रेस गाड़ियों में से वर्तमान में 176 औसतन ट्रेनें प्रतिदिन चल रही है . सभी मेल / एक्सप्रेस ट्रेनें कोविड प्रोटोकाल को ध्यान में रखते हुए आरक्षित श्रेणी के कोचों के साथ चलायी जा रही है.