रांची: झारखंड में कोरोना संक्रमित नये मरीजों की संख्या में पिछले एक पखवाड़े में भारी बढ़ोत्तरी के बाद एक ओर झारखंड उच्च न्यायालय ने चिंता व्यक्त करते हुए राज्य सरकार को कड़ी फटकार लगायी, वहीं शनिवार को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने स्थिति से निपटने को लेकर मुख्य सचिव और स्वास्थ्य सचिव को राजभवन बुलाकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया.
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू द्वारा आज राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह और स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. नितिन कुलकर्णी को राज भवन बुलाकर राज्य में हाल के दिनों में वृहत स्तर पर हो रहे नोवेल कोरोना वायरस (कोविड-19) के प्रसार की गहन समीक्षा की. इस बैठक में राज्यपाल के प्रधान सचिव शैलेश कुमार सिंह भी उपस्थित थे.
राज्यपाल ने कहा कि विगत कुछ दिनों में राज्य में नोवेल कोरोना वायरस का प्रसार तेजी से होता दिख रहा है. उन्होंने कहा कि वर्तमान हालात को देखते हुए अस्पतालों में बेड शीघ्र बढ़ाना नितांत आवश्यक हो गया है. उन्होंने टेस्टिंग की गति को और तेज करने की दिशा में भी ध्यान देने की आवश्यकता बताई. उन्होंने कहा कि इस विपदा से कैसे निबट सकें, लोगों को कैसे संक्रमित होने से बचाया जा सके, इसके लिये एक रणनीति के तहत कार्य करना होगा.
द्रौपदी मुर्मू ने प्रवासी मजदूरों, दिहाड़ी मजदूरों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले मजदूरों की रोजगारों की समीक्षा करते हुए कहा कि उनकी आर्थिक स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े, सरकार इसके लिए आवश्यक कदम उठाएं.