रांची: झारखंड स्टेट बार कौंसिल के वाईस चेयरमैन और वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश कुमार शुक्ल ने कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में 21 दिन के लॉकडाउन के दौरान दिल्ली, इलाहाबाद, मुंबई और बैंगलोर में फसे दर्जनों अधिवक्ताओं की खबर ली, उनके वहां ठहराव की व्यवस्था की जानकारी ली.
शुक्ल ने दिल्ली में लॉकडाउन के दौरान आवागमन ठप्प होने के कारण अधिवक्ता रमाकांत वर्मा, उपेंद्र सिंह, पुनीत हेम्ब्रम, एस के अंसारी, रमा महतो, रविन्द्र शंकर और जैनेन्द्र यादव की जानकारी ली, जो दिल्ली में ही ठहरे हुए है. शुक्ल ने दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मनीष सिसोदिया से बात की तथा इन अधिवक्ताओं को दिल्ली के कनॉट प्लेस के बंगाली मार्केट के पास बाबर लेन के एक गेस्ट हाउस में ठहरने और खाने की व्यवस्था करवाई.
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शुक्ल ने झारखंड उच्च न्यायालय के अधिवक्ता अभिषेक पांडेय जो इलाहाबाद में इस लॉक डाउन के दौरान रुक गए थे, उनके दादा अकलू पांडेय का उनके पैतृक गांव बाघमारा ,धनबाद में निधन हो गया था, उनकी अंत्येष्टि में भाग लेने के लिए प्रयागराज के जिला कलेक्टर से बात कर अनुमति दिलवाई. जो बाघमारा पहुंच गए है. इस सम्बंध में शुक्ल ने धनबाद के उपायुक्त अमित कुमार से भी बात की तथा सहयोग करवाया.
शुक्ल ने मुंबई में अपने पिता का इलाज कराने गए गुमला के अधिवक्ता विपिन मांझी की भी खबर ली तथा उन्हें महाराष्ट्र बार कौंसिल द्वारा मदद कराया. जो लॉक डाउन समाप्त होने के बाद ही गुमला लौटेंगे.
शुक्ल ने बैंगलोर में इस लॉक डाउन के दौरान रुके राज्य के पूर्व महाधिवक्ता और राज्य बार कौंसिल के पूर्व चेयरमैन अजित कुमार से भी बात की तथा उनका भी कुशल क्षेम पूछा, वे वहां अपने किसी रिश्तेदार के इलाज के लिए गए हैं जो लॉक डाउन के दौरान वहां रुके हुए है.
शुक्ल ने कहा है कि झारखंड के जो भी अधिवक्ता जो किसी भी जिला, अनुमंडल, या उच्च न्यायालय के हो उनकी खबर मिलने पर हर सम्भव वे मदद कराएंगे.