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औसतन चार योजना प्रति गांव चल रही है
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कोविड-19 से बचाव के उपायों का पालन कर मनरेगा मजदूर कर रहे हैं कार्य
रांची: लॉकडाउन में मनरेगा योजना शुरू करने की अनुमति के बाद रांची जिला में मनरेगा अन्तर्गत विभिन्न योजनाओं में कार्य प्रारंभ कर दिया गया है. वर्त्तमान में 13,315 मनरेगा मजदूर मनरेगा योजना में कार्यरत है.
अभी पूरे झारखंड राज्य में 2,03,745 मनरेगा मजदूर कार्यरत है, जिसमें से सर्वाधिक मजदूर 13,315 रांची जिला में काम में लगे हुए हैं. वर्त्तमान में औसतन 4 (चार) योजना प्रति गांव चल रहा है.
रांची जिला में मनरेगा मजदूर मास्क/ गमछा से नाक एवं मुंह को ढ़ककर, सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए एवं हाथ की साफ-सफाई के साथ कार्य में लगे हुए हैं. मनरेगा मजदूरों को लॉकडाउन में सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन कराते हुए उनके ग्राम में ही कार्य उपलब्ध कराने की कार्रवाई की जा रहा है, जिससे इस वैश्विक महामारी कोरोना के दौरान भी उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सके.
ग्रामीण विकास विभाग, झारखंड के निदेश के आलोक में मुख्यमंत्री जल समृद्धि योजना के तहत टी०सी०बी०, फिल्ड बंड नाला की सफाई, लूज बॉल्डर स्ट्रक्चर एवं सॉक पिट योजना पर कार्य कराया जा रहा है.
मनरेगा के तहत मुख्यमंत्री हरित ग्राम योजना अन्तर्गत बागवानी/ वृक्षा रोपण की योजना को अविलंब स्थल चयन करते हुए स्वीकृत करने के लिए सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को निर्देशित किया गया है.
मुख्यमंत्री हरित ग्राम योजना के तहत् प्रत्येक गांव में 5 एकड़ भूमि पर वृक्षारोपन किया जायेगा. ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए मनरेगा की योजनाओं को गतिशील बनाया जा रहा है. मनरेगा मजदूरों को रोजगार देकर उनको आर्थिक संकट से उबारने का भी प्रयास किया जा रहा है.