निरज कुमार,
लॉकडाउन में घर से निकलना था मना, फिर भी होता रहा दुष्कर्म
रांची: झारखंड में दुष्कर्म जैसी घटना में लगातार इजाफा देखने को मिला है. जैसे-जैसे वर्ष बीतते गए, वैसे-वैसे इन घटनाओं में बढ़ोतरी देखी गई है. झारखंड पुलिस की आंकड़ों की माने तो वर्ष 2020 में झारखंड के इतिहास में सबसे अधिक रेप की घटनाओं को अंजाम दिया गया. वर्ष 2020 के हर महीने में 100 से अधिक रेप की घटनाएं राज्य में हुई.
साल 2020 में कोई भी ऐसा महीना नहीं रहा, जिसमें 100 से कम रेप की घटना हुई हो. गौर करने वाली बात है कि राज्य में कोरोना महामारी के मद्देनजर लगभग 6 महीने लॉकडाउन लगा रहा. जिसमें लोगों के आवागमन पर प्रतिबंध था. इस दौरान भी रेप की घटनाओं में किसी तरह की कमी देखने को नहीं मिली.
- वर्ष 2020 में झारखंड में 1794 रेप की घटनाओं को अंजाम दिया गया. यह आंकड़ा पिछले वर्ष 2019 के मुकाबले 101 अधिक है.
- वर्ष 2019 में राज्य में 1693 रेप की घटनाएं घटी.
बता दें कि साल 2016 से ही इन घटनाओं में इजाफा हुआ है. 2016 में 1171 रेप की घटना घटी. आंकड़ों के हिसाब से इन घटनाओं में लगभग 50 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है.
किस वर्ष कितने रेप की घटनाएं घटी–
- 2011 – 657 ( अप्रैल से दिसंबर तक )
- 2012 – 800
- 2013 – 1263
- 2014 – 1139
- 2015 – 1211
- 2016 – 1171
- 2017 – 1338
- 2018 – 1478
- 2019 – 1693
- 2020 – 1794
(आंकड़े झारखंड पुलिस के हैं….)