नई दिल्ली, 24 जून: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने अपना कार्यकाल पूरा होने से छह महीना पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। आचार्य जनवरी 2017 में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर नियुक्त हुए थे।
आरबीआई ने हालांकि इस संबंध में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। विरल गवर्नर उर्जित पटेल के बाद इस्तीफा देने वाले आरबीआई के दूसरे शीर्ष अधिकारी हैं।
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सितंबर 2016 में पटेल को गवर्नर के तौर पर पदोन्नत किये जाने के बाद 23 जनवरी 2018 को आचार्य रिजर्व बैंक से जुड़े। आरबीआई में अब तीन डिप्टी गवर्नर एन. एस. विश्वनाथन, बी. पी. कानूनगो और एम. के. जैन बचे हैं। आचार्य की नियुक्ति तीन साल के लिये हुई थी।
कौन हैं विरल आचार्य
न्यूयार्क विश्वविद्यालय के वित्त विभाग में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर वी वी आचार्य वित्तीय क्षेत्र में प्रणालीगत जोखिम क्षेत्र में विश्लेषण और शोध के लिये जाने जाते हैं। आईआईटी मुंबई के छात्र रहे आचार्य ने 1995 में कंप्यूटर साइंस और इंजीनियरिंग में स्नातक और न्यूयार्क विश्वविद्यालय से 2001 में वित्त में पीएचडी की है। वर्ष 2001 से 2008 तक आचार्य लंदन बिजनेस स्कूल में रहे।