नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 10 लाख को पार कर गई. देश में जहां कोरोना वायरस की रफ्तार बढ़ रही है, वहीं इससे ठीक होने वाले मरीजों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है.यह भारत के लिए इस वायरस की लड़ाई में एक आशा की तरह है क्योंकि तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के मामलों की वजह से लचर स्वास्थ्य व्यवस्था पर खासा दबाव है.
बुधवार रात तक, कोरोना संक्रमित कुल 15,82,730 मरीजों में से 10,19,297 (64.4%) मरीज इस बीमारी से उबर चुके थे. वहीं, अब तक इस वायरस से 33,236 लोगों की मौत हुई है. बुधवार तक देश में सक्रिय मामलों की कुल संख्या 5,28,459 रही.
बीमारी से उबर रहे लोगों और सक्रिय मामलों के बीच अंतर एक मुख्य आंकड़ा है, जिससे कोविड-19 के खिलाफ देश की इस लंबी लड़ाई में आशा मिलती है. हालांकि, यह अंतर हमेशा से नहीं था.
28 मई को, देश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या ठीक हो चुके मरीजों की संख्या से 23,000 से ज्यादा थी. हालांकि, इसके बाद बीमारी से उबरने वाले लोगों की संख्या में इजाफा देखा गया और 13 जून आते-आते यह अंतर खत्म हो गया। वहीं, बुधवार तक सक्रिय मामलों और ठीक हो चुके मरीजों की संख्या में 4,90,838 का अंतर रहा.
कोरोना वायरस से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या को 10 लाख पहुंचने में दो मार्च के बाद से 150 दिन लगे हैं, लेकिन हर तिमाही में ठीक होने की रफ्तार में तेजी देखी गई. कोरोना से ठीक होने वाले मरीजों को संख्या को 2,50,000 पहुंचने में 114 दिनों का समय लगा. अगले 2,50,000 मरीजों को ठीक होने में 17 दिन लगे. वहीं, ठीक होने वाले मरीजों की संख्या को 7,50,000 पहुंचने में 11 दिन और आखिरी 2,50,000 मरीज केवल आठ दिन में ठीक हुए.
देशभर में, 64.4% मरीज कोरोना वायरस से ठीक हुए हैं, जबकि दुनियाभर में यह आंकड़ा 61.9% पर है. दिल्ली में कोरोना के कुल 1,33,310 मामलों में से 89 फीसदी को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है और देश में ठीक होने का अनुपात सबसे अधिक यहीं है.
लद्दाख (80 फीसदी), हरियाणा (78 फीसदी), असम (76 फीसदी) और तेलंगाना (75 फीसदी) देश के वो पांच राज्य हैं, जहां कोरोना से ठीक होने की दर सबसे अधिक है.
महाराष्ट्र में 2,39,755 मरीज कोरोना से ठीक हुए हैं, जबकि राज्य में अब तक 4,00,651 लोग कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं. महाराष्ट्र में जितने मरीज ठीक हुए हैं, वो देश के कुल उबर चुके मरीजों की संख्या का एक-चौथाई है. वहीं, तमिलनाडु में सामने आए 2,34,114 मामलों में से 1,72,883 मरीज इलाज के बाद ठीक हुए हैं.
देश के कुल 53 फीसदी उबर चुके मरीज महाराष्ट्र, तमिलनाडु और दिल्ली से हैं. गौरतलब है कि वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्यों की सूची में भी यही राज्य शामिल हैं, जहां देश के 48.5 फीसदी मामले सामने आए हैं.