दिल्ली: धर्म को ‘आचार संहिता’ कहते हैं, जो लोगों का मार्गदर्शन करता है, भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा ने शुक्रवार को कहा कि राजनीति धर्म के बिना अर्थहीन है.
गुजरात में आयोजित एक समारोह में स्वामीनारायण संप्रदाय के भक्तों को संबोधित करते हुए नड्डा ने कहा कि राजनीति को धर्म की सबसे ज्यादा जरूरत है.
समाज में यह प्रश्न बार-बार खड़ा होता है कि रजनीति का धर्म से क्या संबंध है, मेरा ये मानना है कि राजनीति धर्म के बगैर विवेकहीन है. इसका कोई अर्थ नहीं है. राजनीति हमेशा धर्म के साथ चलती है.
उन्होंने आगे कहा कि धर्म का मतलब आचार संहिता है. धर्म का मतलब है कि क्या करना है और क्या नहीं करना है. धर्म का मतलब है क्या उचित है और क्या अनुचित है. इसलिए धर्म की सबसे अधिक आवश्यकता अगर किसी चीज में है तो वह है राजनीति.