पश्चिम बंगालःचुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने शनिवार को कहा कि, पश्चिम बंगाल में होने वाले आगामी चुनाव देश में लोकतंत्र को बनाए रखने की सबसे अहम कड़ी साबित होंगे. भाजपा पर निशाना साधते हुए प्रशांत किशोर ने तृणमूल कांग्रेस के मुख्य स्लोगन ‘बंगाल मांगे केवल अपनी बेटी’ का उल्लेख करते हुए कहा अगर बंगाल चुनाव को लेकर मेरी बात सही नहीं हुई, तो आप 2 मई को मुझे मेरा ट्वीट याद दिला देना. प्रशांत ने 21 दिसंबर को किए अपने एक ट्वीट के संबंध में ये बात कही. चुनाव आयोग ने कल पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनावों की तारीख की घोषणा की थी. पश्चिम बंगाल में 27 मार्च से 29 अप्रैल के बीच आठ चरणों में विधानसभा चुनाव होंगे और वोटों की गिनती बाकी चार राज्यों के साथ ही 2 मई को होगी.
प्रशांत किशोर ने इस से पहले पिछले साल 21 दिसंबर को भी एक ट्वीट करते हुए दावा किया था कि बंगाल में बीजेपी की 99 से अधिक सीटें आईं तो वह चुनावी रणनीतिकार का काम छोड़ देंगे. उसी ट्वीट के संबंध में बात करते हुए प्रशांत ने शनिवार को कहा कि 2 मई को नतीजे आने के बाद आप मुझे मेरा पिछला ट्वीट याद दिला देना.
इन चुनावों में टीएमसी के रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अपने ट्वीट में लिखा, “देश में लोकतंत्र को बचाए रखने की एक प्रमुख लड़ाई बंगाल के चुनावों में होने जा रही है. बंगाल के लोग इन चुनावों को लेकर मन बना चुके हैं और आगामी चुनावों में वो सही व्यक्ति का ही चुनाव करेंगे.” साथ ही उन्होंने लिखा, ‘बंगाल मांगे केवल अपनी बेटी.’ प्रशांत ने अपने ट्वीट के अंत में लिखते हुए ये भी दावा किया है कि, ‘अगर बंगाल चुनाव को लेकर मेरा आकलन गलत साबित हुआ तो मैं ट्विटर छोड़ दूंगा.” गौरतलब है कि, प्रशांत किशोर की कंपनी i-pac इनमें चुनावों में टीएमसी के लिए रणनीति पर काम कर रही है. पिछले लोकसभा चुनाव में बंगाल में बीजेपी के 18 सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद ममता बनर्जी ने प्रशांत किशोर की कंपनी को विधानसभा चुनावों के लिए अपने साथ जोड़ा था.