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मनरेगा कार्य में जेसीबी का इस्तेमाल किया तो होगी कार्रवाई
रांची: रांची में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक, जे एस एल पी एस प्रखंड समन्वयक के साथ मनरेगा योजना की समीक्षात्मक बैठक उप विकास आयुक्त रांची अध्यक्षता में हुई.
बैठक में समीक्षा के क्रम में पाया गया कि रातू नगड़ी एवं इटकी प्रखंड में प्रति पंचायत कार्यरत मजदूरों की संख्या कम होने के कारण इन तीन बीपीओ से स्पष्टीकरण किया गया.
बैठक में निर्देश दिया गया कि मनरेगा के तहत प्रति पंचायत 200 से ढाई सौ 250 मजदूर कार्यरत रहे एवं सभी गांव में कम से कम पांच मनरेगा अंतर्गत कार्य चलता रहे.
बैठक में निर्देश दिया गया कि बिरसा हरित ग्राम योजना नीलांबर पीतांबर जल समृद्धि योजना अंतर्गत अविलंब योजनाओं की स्वीकृति करा कर अभियान के रूप में कार्य कराया जाए ताकि ग्रामीण अर्थव्यवस्था पटरी पर आ सके.
मनरेगा से प्रवासी मजदूर जो अपना क्वारंटाइन अवधि पूर्ण कर चुके हैं उन्हें जोड़ा जाए, साथ ही जितने भी प्रवासी मजदूर आए हैं उन्हें अविलंब जॉब कार्ड उपलब्ध कराया जाए.
उप विकास आयुक्त ने यह भी कहा कि यदि किसी भी मनरेगा कार्य में जेसीबी का प्रयोग करते पाया गया तो उक्त जेसीबी को संबंधित थाना में जमा कर दिया जाएगा तथा दोषी पदाधिकारी एवं कर्मी के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
उप विकास आयुक्त ने कहा कि किसी भी परिस्थिति में कोई भी गांव में यदि कोई भी व्यक्ति मनरेगा अंतर्गत काम मांगता है तो उसे अविलंब जॉब कार्ड बनाकर कार्य उपलब्ध कराया जाए.
साथ ही उप विकास आयुक्त में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी को सख्त निर्देश दिया गया कि प्रति पंचायत प्रतिदिन कार्यरत मजदूरों की संख्या 200 से 250 होनी चाहिए.
उक्त बैठक में सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, सभी प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी, प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक जे एस एल पी एस एवं प्रखंड समन्वयक उपस्थित थे.