राजस्थान(उदयपुर): जिले की ऋषभदेव थाना पुलिस ने गत दिनों एक बैंक कर्मचारी के साथ मारपीट कर लूटपाट करने में एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. इस प्रकरण में शेष आरोपियों की तलाश जारी है. आरोपियों ने बैग में रूपए होने की आशंका पर लटपाट की थी, लेकिन बैग में से मात्र दस्तावेज ही निकले थे.
थानाधिकारी शैलेन्द्रसिंह ने बताया कि आईसीआईसीआई बैंक के कर्मचारी मुधुसुदन पुत्र कुलदीपसिंह झाला निवासी कल्याणपुर ने मामला दर्ज करवाया कि वह गत दिनों खेरवाड़ा से काम कर वापस घर आ रहा था.
शाम करीब 5 बजे बाईपास रोड़ पर पीछे से एक पल्सर पर दो लड़के आये, जिन्होंने लात मारकर नीचे गिरा दिया तथा उसके पास रखा बैग छीनकर ले गए. बैग में बैंक सबधी दस्तावेज रखे हुए थे. पुलिस ने मामला दर्ज कर इस प्रकरण में एएसआई शंभूसिंह, कांस्टेबल लोकेश, मनोहर, नरेश कुमार, गोविन्द, गणेशलाल, मदनलाल, जीवतराम, विनोद, नगीनराम की टीम का गठन किया.
पुलिस ने मौके की जांच करते हुए इस प्रकरण में आरोपी जगदीश पत्र अमृतलाल मीणा निवासी उगमणा कोटड़ा को पकड़ा. आरोपी ने पूछताछ में नरेश पुत्र अमृतलाल मीणा निवासी उगमणा कोटड़ा के साथ मिलकर इस वारदात करना स्वीकार किया है. आरोपी जगदीश पर 5 हजार का ईनाम घोषित है और आरोपी ने पिछले वर्ष माह अक्टूबर में फाईनेन्स कर्मियों के साथ हुई वारदात के सिलसिले मे ऋषभदेव, खेरवाड़ा, डूंगरपुर मे वांछित है.
आरोपी जगदीश ने 14 फरवरी को सेमारी के चन्दौड़ा गांव मे भी फाईनेन्स कर्मी के साथ भी लूटपाट करना स्वीकार किया है. इसके साथ ही मसारो की ओबरी गांव में भी फायनेंस समह के कर्मचारी साथ एक लाख रूपये की लूट अपने साथी के साथ मिलकर करना स्वीकार किया है.
आरोपी के खिलाफ पूर्व में भी लूट एवं मोटरसाईकिल चोरी एवं आर्स एक्ट के कई प्रकरण है ओर आरोपी शातिर अपराधी है. रूपयों के लालच में लूटा बैग जांच में सामने आया कि आरोपी जगदीश अपने साथी के साथ मिलकर पूर्व में भी फाईनेंस कर्मचारियों के साथ लूटपाट कर चुका है, जिनसे उसे लाखों रूपए मिले है. इसी लालच में इस आरोपी ने बैंककर्मी के साथ भी लूटपाट की, लेकिन बैंककर्मी से लूटे बैग में केवल दस्तावेज ही निकले.