बोकारो : कोरोना महामारी के कारण देश के सभी राज्यों सहित सभी जिलो को प्रधानमंत्री के आदेशानुसार लॉकडाउन किया गया था. इसी लॉकडाउन के कारण झारखंड के सभी जिलों को लॉकडाउन किया गया. जिसमें बड़े व छोटे बसों का आना व जाना पूर्णतया वर्जित किया गया है, परंतु अज्ञात स्रोतों से शिकायत मिल रही थी की लम्बी दूरी की बसे बंद किये जाने के बावजूद इन बसों का परिचालक चोरी-छिपे किया जा रहा है. इस शिकायत के आलोक में उपायुक्त मुकेश कुमार ने जांच करने के लिए जिला परिवहन पदाधिकारी को निदेशित किया. जांच के क्रम में जिला परिवहन पदाधिकारी ने पाया की ये शिकायत असत्य एवं गलत है.
जिला परिवहन पदाधिकारी संतोष कुमार गर्ग एवं पुलिस उपाधीक्षक यातायात शतुध्न रजक ने नया मोड़ बस स्टैंड पर छापेमारी किया गया. वहां पर बस मालिको द्वारा अपनी-अपनी बसों की सुरक्षा के लिए रखे गए खलासी एवं उप चालक पाए गए. बस स्टैंड से बसों के परिचालन को रोकने के लिए बस स्टैंड के प्रवेश एवं निकास द्वार को जेसीबी से गड्ढा खोदवाकर ब्लॉक कर दिया गया. साथ ही ने सभी थाना प्रभारियों एवं स्टैटिक दण्डाधिकारियों से अनुरोध किया कि प्रवासी मजदूरों को लाने एवं ले जाने वाली वैसी बसें जो प्रशासन के द्वारा चलाई जा रही है को छोड़कर शेष सभी बसों को जप्त कर लिया जाए.
कठोर से कठोर कार्रवाई ’
उपायुक्त मुकेश कुमार कहा है कि किसी भी परिस्थिति में प्रतिबंधित वाहन चलाएं नहीं जाने चाहिए. उन्होंने कहा कि अगर इसमे किसी तरह की लापरवाही बरती गई तो बस मालिको पर कठोर से कठोर कार्रवाई हेतु जिला प्रशासन कटिबद्ध होगी.