पणजी : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान के आरोपों के जवाब में गोवा कांग्रेस ने मंगलवार को कहा कि भारत की स्वतंत्रता में देरी की असली वजह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) है. शिवराज सिंह चौहान ने बयान दिया था कि पुर्तगाली शासन से गोवा की मुक्ति में देरी की वजह दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू रहे थे.
एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए राज्य कांग्रेस इकाई के प्रमुख गिरीश चोडनकर ने कहा कि यदि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भारत की आजादी के लिए स्वतंत्रता आंदोलन में भाग लिया होता तो हमें ब्रिटिश हुकुमत से जल्दी ही स्वतंत्रता मिल जाती. चोडनकर ने कहा कि आरएसएस ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान औपनिवेशिक अंग्रेजों के साथ गठबंधन किया था, और उन्हें स्वतंत्रता आंदोलन पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है.
Also Read This:- धनबाद ACB ने की बड़ी कार्रवाई… नगर निगम के जूनियर इंजीनियर को रिस्वत लेते किया गिरफ्तार
चोडनकर ने कहा, “वह इतिहास को चुनौती देने की कोशिशें कर रहे हैं. अगर आरएसएस ने स्वतंत्रता के आंदोलन में साथ दिया होता है, तो भारत बहुत पहले ही स्वतंत्र हो गया होता. लेकिन आरएसएस ब्रिटिश लोगों के साथ खड़ा रहा.”
1961 में गोवा को भारतीय संघ में शामिल करने में देरी को उचित ठहराते हुए चोडनकर ने कहा, “अज्ञानी भाजपा नेता बार-बार पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू पर निशाना साध रहे हैं, और ऐसा करके वह उन्हें पुन: मारने की कोशिशे कर रहे हैं. नेहरू जी ने पुर्तगाली शासन के खिलाफ सेना का इस्तेमाल उस वक्त किया जब शांति के साथ वर्ता के सभी रास्ते बंद हो चुके थे.”
मध्य प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री रहे शिवराज सिंह चौहान ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को रविवार के दिन संबोधित करते हुए कहा था, कि नेहरु की गलत नीतियों के कारण गोवा के भारतीय संघ में शामिल होने में देरी हुई. उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू एवं कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देकर उन्होंने कश्मीर को समस्या का विषय बना दिया.