साजिश सामनेपर पुलिस ने जिला अवर निबंधक कार्यालय के सहायक समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया
हजारीबाग. झारखंड के हजारीबाग जिले में आरटीआई एक्टिविस्ट राजेश मिश्रा को एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया, लेकिन बाद में पुलिसिया छानबीन में साजिश का खुलासा हुआ. इस साजिश में शामिल पुलिस ने जिला अवर निबंधक कार्यालय के सहायक समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
जिले के पुलिस अधीक्षक कार्तिक एस ने शुक्रवार को सदर थाने में पत्रकारों से बातचीत में स्वीकार किया कि आरटीआई एक्टिविस्ट राजेश मिश्रा को एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार करने के मामले में कुछ लोगों ने साजिश रचकर फंसाया है. उन्होंने कहा कि इस मामले में साजिश रचने वाले 5 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इसमें जिला अवर निबंधक कार्यालय का सहायक भी शामिल है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि न्यायालय को इस मामले में लिखित सूचना देकर पुलिस के द्वारा हुई गलती की जानकारी दी जाएगी, ताकि आरटीआई एक्टिविस्ट को जल्द से जल्द कानूनी सहायता मिल सके. उन्होंने बताया कि इस मामले में तीन पुलिस अधिकारियों की टीम बनाई गई थी और जांच के बाद यह मामला सामने आया है.
उन्होंने यह भी बताया कि साजिश रचने वाले में जिला अवर निबंधन कार्यालय में कार्यरत आनंद कुमार के भी शामिल होने की बात कही गई है. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि साजिश रचने वालों में आदित्य सोनी, डीड राइटर मो. एजाज असरफ उर्फ बबलू, सरफराज आलम उर्फ गुड्डू एवं बंटी उर्फ मेराज हुसैन शामिल हैं. पुलिस ने सभी पांचों को गिरफ्तार कर लिया है. यह पूछे जाने पर कि क्या इस मामले में जिला अवर निबंधन भी शामिल हैं, के जवाब में एसपी ने कहा कि जरूरत पड़ी तो इसकी भी जांच कराई जाएगी. एसपी ने यह भी बताया कि राजेश मिश्रा आरटीआई के तहत निबंधन कार्यालय में होने वाले कई कार्यों का लगातार जानकारी मांगते थे, इससे कार्यालय के लोगों को परेशानी हो रही थी. इससे बचने के लिए उन्हें साजिश के तहत फंसाने की रणनीति बनी. यह भी बताया कि 2 मार्च मंगलवार को फंसाने की रणनीति बनाई गई थी और 3 मार्च बुधवार को इसको अमलीजामा पहनाया गया. इतना ही नहीं बाईक से राजेश मिश्रा को दूर ले जाने के लिए आदित्य सोनी ने उसे चाय पिलाने भी ले गया. इसी दौरान अफीम और ब्राउन सुगर राजेश की बाईक में प्लांट किया गया. बाद में पुलिस को पूरी जानकारी देकर उन्हें गिरफ्तार करवाया गया.