रांची: पूर्व मुख्यमंत्री और झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के पाकुड़ में दिये बयान पर बवाल मच गया है. भारतीय जनता पार्टी ने उनपर पलटवार किया है. इस क्रम में कांग्रेस नेत्री प्रियंका गांधी को भी निशाने पर लिया है.
चुनाव प्रचार के अंतिम दिन हेमंत सोरेन ने पाकुड़ में जनसभा को संबोधित करते हुए यह बयान दिया. उन्होंने कहा कि देश के अंदर हमारी बहू-बेटियों को जलाया जा रहा है. उनकी इज्जत आप लूट रहे हैं. हमको पता चला है.
इधर, यूपी के मुख्यमंत्री योगी भी चक्कर लगा रहे हैं, गेरुआ पहन कर. ये वे लोग हैं, भाजपा के लोग जो शादी कम करते हैं, लेकिन गेरुआ वस्त्र पहनकर बहू-बेटियों की इज्जत लूटने का काम करते हैं.
सोरेन ने आगे कहा कि आप देखिए यूपी में बलात्कारियों को अस्पताल में आराम फरमाया जा रहा है और पीड़िता को जेल में ठूस दिया जा रहा है. क्या आज हम ऐसे लोगों को वोट करेंगे, जो बहू-बेटियों की इज्जत लूटता है. क्या हम ऐसे लोगों को वोट देंगे, जो हमें जाति-धर्म पर लड़वाता हो.
अपमान का बदला लेगी झारखंड की जनता
झामुमो नेता हेमंत सोरेन ने बयान को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ ने आपत्तिजनक बताया है.
उन्होंने कहा कि हेमंत ने अपने बयान से समस्त हिन्दू धर्मावलम्बियों का अपमान किया है. यह दुर्भाग्यजनक है कि उसी मंच पर मौजूद कांग्रेस की नेत्री प्रियंका गांधी ने भी उन्हें नहीं रोका.
प्रियंका गांधी बुधवार को चुनावी सभा को संबोधित करने पाकुड़ आयी थी. इससे साफ स्पष्ट होता है कि कांग्रेस भी इस बयान के साथ है. वैसे तो हिंदुओं का अपमान करना कांग्रेस के डीएनए में है. उनके नेता भगवान राम के अस्तित्व को नकार चुके हैं.
गिलुआ ने कहा कि यह नैतिकता के पतन की पराकाष्ठा है. जब पूरे देश में दुष्कर्म की घटनाओं के खिलाफ चर्चा चल रही है, तब हेमंत सोरेन ने अपनी घटिया बयानबाजी से हिन्दू धर्मावलम्बियों का अपमान किया है.
हेमंत तुरन्त अपने इस बयान पर माफी मांगे. उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार का यह मतलब नहीं कि हेमंत कुछ भी बोल दें. वैसे तो हेमंत से हम सभ्य आचरण या बोली कि आशा नहीं रखते पर इसका कतई यह अर्थ नहीं कि हेमंत संतों का अपमान करें.
उन्होंने कहा कि हिन्दू सहिष्णु जरूर हैं, पर अगर कोई सन्तों को गाली देगा तो वह हमें बर्दाश्त नहीं. हेमंत की आंखों पर तुष्टिकरण का चश्मा चढ़ा हुआ है. अगर उनमें हिम्मत है तो अन्य धर्मो के खिलाफ बोल कर दिखाएं.
हेमन्त का यह बयान धर्म विशेष का वोट पाने के लिए है. झारखंड की जनता हिन्दू धर्म के इस अपमान का बदला जरूर लेगी.