नई दिल्ली: राजस्थान की गहलोत सरकार पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं. राज्य के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट का सीएम गहलोत के साथ गतिरोध की खबरें चरम पर पहुंच गई हैं. यही नहीं, यह रविवार को उस समय सामने आया, जब सचिन पायलट अपने कुछ सहयोगी विधायकों के साथ दिल्ली पहुंचे हैं. वह पार्टी हाईकमान से मिलना चाहते हैं. हालांकि, कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि सचिन पायलट भाजपा के शीर्ष नेताओं के संपर्क में हैं. वहीं, खबरें ये भी आ रही हैं कि सचिन पायलट भी पार्टी आलाकमान से अनभिज्ञ होने के बाद बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं. इसके लिए वह जल्द ही अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करेंगे.
बता दें कि सचिन पायलट ने एक बार फिर अपने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर आरोप लगाया है कि वह उनकी अनदेखी कर रहे हैं. सरकार के फैसलों में उन्हें महत्व नहीं दिया जाता है. इस पर राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह कांग्रेस सरकार को तोड़ने की साजिश रच रही है. इस पर राजस्थान के भाजपा सांसद ओम माथुर ने कहा है कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के साथ ही सत्ताधारी दल में कलह शुरू हो गई.
भाजपा पर आरोप लगाने से पहले सीएम अशोक गहलोत को अपने घर पर गौर करना चाहिए. क्या सचिन पायलट पलट पाएंगे? इस पर, ओम माथुर ने कहा कि उन्होंने (सचिन पायलट) जिन्होंने पांच साल तक कड़ी मेहनत की, उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया, जो दिल्ली (अशोक गहलोत) में थे, उन्हें सीएम बनाया गया. उसी दिन से यह स्पष्ट हो गया कि किसी और ने कड़ी मेहनत की थी और कोई अन्य व्यक्ति फल खा रहा था. कांग्रेस का झगड़ा पहले दिन से ही शुरू हो गया था.
वहीं, सचिन पायलट के साथ राजस्थान कांग्रेस के कई विधायक भी दिल्ली में उनके साथ हैं. ये सभी लोग पार्टी हाईकमान से बात करना चाहते हैं. हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि ये सभी सचिन पायलट कैंप के हैं और पायलट जो भी फैसला लेंगे, वे उनके साथ खड़े नजर आएंगे.
कांग्रेस भले ही कई मुद्दों पर भाजपा पर सवाल उठा रही हो, लेकिन सच्चाई यह है कि कांग्रेस के भीतर भी सब कुछ सामान्य नहीं है. मध्यप्रदेश में पार्टी के दिग्गज नेताओं के अंदर चल रही उठापटक के बाद अब राजस्थान में भी ऐसा ही हो रहा है. दरअसल, सीएम अशोक गहलोत और पार्टी के जाने माने चेहरे सचिन पायलट के बीच राजस्थान में गतिरोध चरम पर पहुंच गया है.
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जयपुर में अपनी सरकार बचाने में लगे हैं, वहीं डिप्टी सीएम सचिन पायलट दिल्ली में हैं. शनिवार को जब सीएम अशोक गहलोत कैबिनेट की बैठक कर रहे थे, तब डिप्टी सीएम सरकार के दूसरे बड़े नेता होने के बावजूद सचिन पायलट बैठक में शामिल नहीं हुए थे.