रांची: सुदूर गांवों की सखी मंडल की महिलाएं नोवल कोरोना वायरस के खिलाफ राज्य सरकार की मुहीम में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है.
मास्क एवं सैनिटाइजर उत्पादन से लेकर अति गरीब जनजाति परिवारों को चावल उपलब्ध कराने से लेकर गांव के भूखे लोगों को खाना खिलाने तक हर मोर्चे पर सखी मंडल की महिलाएं सरकार के साथ कदमताल कर रही है.
कोरोना के खिलाफ जंग में ग्रामीण विकास विभाग के तहत झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाईटी संपोषित सखी मंडल की महिलाहर मोर्चे पर अपना योगदान दे रह है.
सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण महिलाएं मास्क निर्माण, सैनिटीजर निर्माण, कैंटीन के संचालन समेत अन्य इमरजेंसी कार्यों में अपना योगदान दे रही हैं.
अकेले पलामू जिले की सखी मंडल की महिलाओं ने करीब 30,000 मास्क एवं 9,000 सैशे सैनिटाइजर का उत्पादन किया है.
वहीं पूरे राज्य में अब तक करीब 1,08,000 से ज्यादा मास्क एवं करीब 27,000 बोतल सैनिटाइजर का निर्माण किया जा चुका है.
गिरिडीह की जिला इकाईं के द्वारा जिले के सारे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को निशुल्क 5 लीटर सैनिटाइजर एवं 200 मास्क उपलब्ध कराया गया है.
राज्यभर के हजारों सखी मंडल अपने गांव के आस-पास के अति गरीब परिवारों को अनाज उपलब्ध कराकर मदद कर रहे हैं.
वहीं हजारीबाग, सिमडेगा, बोकारो, जामताड़ा, पाकुड़ समेत दर्जनों जिलों में सखी मंडल की महिलाएं गरीब एवं राहगीर परिवारों को भोजन बनाकर खिला रही है. ताकि ऐसे विषम हालात में की भूखा ना रहे.
इसी कड़ी में सिमडेगा जिले के गर्गाबहार महिला ग्राम संगठन ने उड़ीसा से भूखे लोट रहे करीब 95 लोगों को खाना खिलाया.
आपदा की इस घड़ी में सखी मंडल की बहनें दाल भात कैंटीन का भी संचालन कर रही हैं. ताकि अकेले और जरुरतमंद लोगों को 5 रुपये में भरपेट भोजन मिल सके.
वहीं गांव के लोगों को इन विषम परिस्थितियों में कैश एवं पेंशन जैसी राशि की दिक्कत ना हो उसके लिए भी सखी मंडल की बहन बैंकिग कॉरेस्पॉन्डेट सखी लगातार कार्य कर सेवाएं दे रही है.
सखी मंडल की महिलाएं एप्रन बनाने से लेकर बाहर से आए लोगों को चिन्हित कर कार्निटाइन करने में भी प्रशासन की मदद कर रही है.
गांव की इन महिलाओं को इन कार्यों को करते समय हर तरह से अपनी सुरक्षा का ध्यान रखने को लेकर भी जागरुक किया गया है.