ट्रक में लदे 14 ऊंटों को पकड़ा था, जिसमें चार की हो गई मौत, ऊंटों को छुड़वाने के लिए कई हेविवेट ने की थी पैरवी, पर रेंजर ने एक न सुनी
रांचीः वन विभाग में एक ऐसे रेंजर हैं जिन्होंने एक मिसाल कायम की है. पाकुड़ रेंज के रेंजर अनिल सिंह दिन रात ऊंटों की जिंदगी बचाने में जुटे हुए हैं. उनके लिए भोजन का, दवा का प्रबंध भी खुद कर रहे हैं.
इसके एवज में उन्होंने अपने 50 हजार रुपए भी खर्च कर दिए. लगभग डेढ़ सप्ताह पहले उन्होंने पाकुड़ चेक पोस्ट में ट्रक में लदे 14 ऊंटों को पकड़ा था. सभी ऊंटों के पांव और मुंह बंधे मिले थे ताकि आवाज न हो.
ट्रक ड्राइवर ने बताया कि फुसरो में 50 हजार रुपए लेकर ट्रक छोड़ा गया था. जब पाकुड़ में रेंज अफसर ने ट्रक पकड़ा तो झारखंड से एक कांग्रेस विधायक सहित यूपी, कोलकाता और मालदा से रेंज अफसर को फोन कर पैरवी की गई कि ट्रक में लदे ऊंटों को छोड़ दें. लेकिन रेंज अफसर अनिल कुमार ने किसी की नहीं सुनी. इस बीच चार ऊंटों की मौत भी हो गई.
रेंज अफसर ने बताया कि ये ऊंटे सबसे पहले राजस्थान से हरियाणा के कनाना लाए गए थे, उसके बाद इसे ट्रक में लाद कर मालदा ले जाया जा रहा था. पुलिस प्रशासन को एफआईआर करने को भी कहा, लेकिन एफआईआर दो दिन बाद दर्ज किया गया.
रेंज अफसर के अनुसार ऊंटों के ईलाज में पशुपालन विभाग ने भी चुप्पी साध ली है. फिलहाल ऊंटों को वन विभाग की नर्सरी में रखा गया है. वहीं रेंज अफसर की देख रेख में ऊंटों की मालिश की जा रही है. दो ऊंटों की स्थिति भी गंभीर बताई जा रही है.