धनबाद: पूर्व विधायक संजीव सिंह ने रागिनी सिंह की हार को हार नहीं बल्कि जीत बताया है. उन्होंने कहा झरिया सीट से भाजपा प्रत्याशी रागिनी सिंह अकेले चुनाव लड़ रही थी जब्कि पूरा विपक्ष महागठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ रहा था. अकेले चुनाव लड़ी, 68 हजार के करीब उन्हें मत भी मिला.
2014 के चुनाव में भाजपा के विरुद्ध चुनाव लड़ रही पार्टियां 15 हजार और 17 हजार पर सिमट गई थी. वहीं पार्टियां इसबार महागठबंधन के साथ लड़ी इसलिए रागिनी सिंह हार नहीं बल्कि जीती है.
यह तमाम बाते उन्होंने नीरज सिंह हत्याकांड मामले में कोर्ट में गवाही देने के पश्चात वापस जेल जाने के दरमियां कही. जिला एवं सत्र न्यायधीश आलोक कुमार दुबे की अदालत में नीरज हत्याकांड के सभी 11 आरोपियो की गवाही थी. केस के आईओ का भी गवाही ली गई.