रांची/बोकारो/गिरिडीह: बसंत पंचमी पर ज्ञान, विद्या और कला की देवी मां सरस्वती की पूजा मंगलवार को की जा रही है. सुबह से ही छात्रों द्वारा बनाए गए पूजा पंडालों व मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है. झारखंड के विभिन्न जिलों में छात्र आकर्षक पंडालों का निर्माण कर मां सरस्वती की प्रतिमा को स्थापित कर पूजा में जुटे हुए हैं. हर ओर भक्ति गीत गूंज रहे हैं.
वहीं, ज्योतिषाचार्य पंडित संतोष दूबे के अनुसार पूजा और पुष्पांजलि शुभ मुहूर्त में की जानी चाहिए. मां सरस्वती की प्रतिमा के सामने कलश स्थापित कर भगवान गणेश और नवग्रह की विधिवत पूजा करें. पूजा के लिए मंगलवार को सुबह 3.36 बजे शुभ मुहूर्त की शुरुआत होगी. समापन बुधवार की सुबह 5.46 बजे होगा. दिनभर विद्यार्थी और आमजन मां सरस्वती की आराधना कर सकते हैं. रेवती नक्षत्र में अमृत सिद्धि योग व रवि योग में पूजा होगी. पूजा का शुभ मुहूर्त 6 घंटे का है. जिसमें अभिजीत मुहूर्त 11.41 से दोपहर 12.26 मिनट तक रहेगा.
इधर, कोरोना के कारण इस बार पूजा पंडालों में कई जरूरी एहतियात भी बरते जा रहे हैं. भक्त सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर सकें, इसके लिए ज्यादातर पंडालों को बड़ा व खुला हुआ बनाया गया है. छात्रों द्वारा लोगों से अपील की जा रही है कि वो मास्क लगाकर दर्शन के लिए पहुंचे.