हजारीबाग सदर अंचल अधिकारी द्वारा आज दिनांक 5/05/2025 को बी एन एन भारत में प्रकाशित खबर पर संज्ञान लेते हुए आंशिक रूप से कुछ निर्माणाधीन मकान व घेरा को बुलडोजर चलवाकर हटाया गया है । साथ ही सारले क्षेत्र के दबंग और बहुचर्चित भू माफिया को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।
क्या है मामला
हजारीबाग के मौजा सारले थाना 159प्लॉट नंबर 81 जो कि केशर हिंद खाता की भूमि है, इस प्लॉट का रकवा करीब 21 एकड़ है। जिसमें करीब 9 एकड़ भूमि का भू माफिया द्वारा अवैध दस्तावेज बनाकर तत्कालीन DCLR सदर में DCLR कोर्ट हजारीबाग में मामला दर्ज था और 21 एकड़ जमीन में से 12 एकड़ जमीन किसी व्यक्ति के नाम बंदोबस्ती की गई। जिसे भू माफियाओं के द्वारा 12 एकड़ जमीन को बेच दिया गया। जिसपर कई पक्का मकान का निर्माण हो चुका है।
इस बचे 9एकड़ भूमि जिसे सारले / डी वी सी डैम के नाम से भी जाना जाता है। लेकिन वर्तमान में इसे भू माफिया जाली दस्तावेज बनाकर शासन प्रशासन की मदद से लगातार अवैध कब्जा किया जा रहा है। छोटे कर्मचारी से लेकर बड़े अधिकारियों तक को मैनेज किया गया है। मिली सूचना के अनुसार तालाब की जमीन को मिट्टी भर समतल कर लगभग 50 लाख रुपए प्रति कट्ठा करके एग्रीमेंट कर बेचा गया है और अब भी यह सिलसिला जारी है।
क्या हुई कार्रवाई
प्राप्त सूचना के अनुसार सारले क्षेत्र से दो दबंग और बहुचर्चित भू माफिया को अंचलाधिकारी सदर के निर्देश पर पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए थाना लाया गया । इस संबंध में थाना प्रभारी कोर्रा एवं अँचलधिकारी सदर से दूरभाष पर पक्ष जानने की कोशिश की गई तो बताया गया की अभी इस मामले में जाँच चल रही है, आगे नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी ।
