रांची: रघुवर सरकार के पूर्व खाद्य मंत्री और जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय विधायक सरयू राय ने हेमंत सरकार को सलाह दी है.
परीक्षा का उदाहरण देते हुए कई बातें कहीं है. वर्ष 1932 के खतियान को लेकर उठे विवाद पर भी इशारा किया है. उन्होंने कहा है कि परीक्षा का सामान्य विधान है कि पहले सरल प्रश्न हल किये जाएं. कठिन प्रश्न बाद में. विकास की परीक्षा के लिए यह मानदंड जरूरी है. जनहित और राज्यहित लक्ष्य हो.