रांची: विधायक सरयू राय ने पुलिस महानिदेशक से झारखंड पुलिस की विशेष शाखा द्वारा एक गैर-सरकारी व्यक्ति की देख-रेख में अनधिकृत समानन्तर कार्यालय चलाने तथा सी.आई.डी. मुख्यालय में भी फोन टेप करने की एक अनधिकृत व्यवस्था की जांच प्रतिवेदन मांगी है.
पुलिस महानिदेशक को लिखे पत्र में उन्होंने कहा है कि शाखा का अनधिकृत कार्यालय चलाने वाले गैर-सरकारी व्यक्ति तथा उस कार्यालय में प्रतिनियुक्त पुलिस कर्मियों के नाम सहित विवरण दिया गया था.
साथ ही सी.आई.डी. कार्यालय में अवैध फोन टेपिंग का भी जिक्र मेरे उपर्युक्त विषयक पत्र में था. समाचार पत्रों से जानकारी मिलती रहती है कि मेरे पत्र में दी गई सूचनायें जांचोपरान्त सही पाई गई.
सी.आई.डी. मुख्यालय द्वारा की गई जांच के आधार पर डोरंडा थाना, रांची में एक कांड दर्ज किया गया, जिसे अग्रेतर जांच एवं कार्रवाई हेतु सी.आई.डी. ने ले लिया है.
परन्तु विशेष शाखा की जांच में क्या हुआ और मेरे द्वारा दी गई सूचना यदि सही पाई गई तो उनपर क्या कार्रवाई हुई इसकी कोई सूचना न तो समाचार पत्रों से प्राप्त हो रही है और न ही अधिकारिक तौर पर पुलिस मुख्यालय से.
उन्होंने कहा है कि मेरे पत्र में ठोस सूचना आपको दी गई थी. उन सूचनाओं के आधार पर कोई कार्रवाई नहीं होना चिंता का विषय है. इससे पुलिस की छवि खराब होती है.
जहां तक मुझे जानकारी है कि कांके रोड स्थित एक मकान में एक निजी व्यक्ति की देख-रेख में चलाये जा रहे विशेष शाखा के समानन्तर कार्यालय से राजनैतिक व्यक्तियों के गतिविधियों पर नजर रखी जाती थी और उनका फोन सुना जाता था.
यह भी सूचना है कि अनधिकृत कार्यालय चलाने के लिए विशेष शाखा द्वारा पत्र लिखकर जिन दो भवनों की मांग भवन निर्माण विभाग से की गई थी, उस पत्र में तत्कालीन मुख्यमंत्री के नाम का भी उल्लेख था.
इतना ही नहीं राज्य के एक बड़े कोयला व्यवसायी के एक संबंधी, जिसकी बहाली कोतवाली थाना, रांची में साईबर अपराध से संबंधित कार्यों के लिये अस्थायी रूप से की गई थी, वह व्यक्ति भी विशेष शाखा के समानन्तर कार्यालय की गतिविधियों से जुड़ा हुआ था.