नई दिल्ली: मोदी सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मुहिम रंग लाने लगी है. मानव संसाधन मंत्रालय की एक रिपोर्ट के मुताबिक बीते एक साल के अंदर उच्च शिक्षा में महिलाओं के दाखिले में रिकॉर्ड 752097 लाख की बढ़ोतरी हुई है.
वर्ष 2017-18 में जहां 1,74,37,703 महिलाओं ने उच्च शिक्षा में दाखिला लिया था वहीं इस साल 1,81,89,800 छात्राओं ने प्रवेश लिया. इसके अलावा सकल नामांकन अनुपात (ग्रॉस एनरोलमेंट रेशियो) भी 25.8 फीसदी से बढ़कर 26.3 फीसदी पर पहुंच गया है. रिपोर्ट के मुताबिक यूपी और हरियाणा देशभर में सबसे अधिक कालेजों वाले आठ राज्यों में शामिल हैं.
केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने शनिवार को केंद्र और राज्यों की नई शिक्षा नीति पर आयोजित विशेष बैठक में अखिल भारतीय उच्च शिक्षा सर्वे रिपोर्ट 2018-19 जारी की.
कुल दाखिले : 3.74 करोड़
पुरुष : 1.92 करोड़
महिलाएं : 1.82 करोड़
महिलाएं : 1.82 करोड़
सर्वे में ये शामिल
विश्वविद्यालय : 993
कालेज : 399931
स्टैंड अलोन इंस्टीट्यूशन : 10725
कालेज : 399931
स्टैंड अलोन इंस्टीट्यूशन : 10725
18-23 आयु वर्ग में लड़कियां अधिक
रिपोर्ट के मुताबिक 18 से 23 की उम्र में उच्च शिक्षा में दाखिला लेने वालों में लड़कियां लडकों से आगे हैं. इस आयु वर्ग में लड़कों का प्रतिशत 26.3तो लड़कियों का प्रतिशत 26.4 है.
विदेशी छात्र भी बढ़े
उच्च शिक्षा में देश के अलावा विदेशी छात्रों को आकर्षित करने में भी हमारे संस्थान आगे बढ़े हैं. इस साल 164 देशों से 47,427 छात्र भारत पढ़ाई के लिए पहुंच रहे हैं. विदेशी छात्रों का नामांकन 63.7 फीसदी है. इसमें सबसे अधिक नेपाल के 26.88 फीसदी छात्रों ने दाखिला लिया. इनके बाद अफगानिस्तान, भूटान, नाइजीरिया और सूडान हैं.
देश में उच्च शिक्षा का हाल
- 14,16,299 शिक्षक हैं देश भर में जिनमें 57.8 फीसदी पुरुष और 42.2 फीसदी महिलाएं
- 16 विश्वविद्यालय महिलाओं को शिक्षा देने में आगे, इनमें सर्वाािक तीन राजस्थान में
- 60.53 फीसदी कालेज ग्रामीण इलाकों में स्थापित
- पीएचडी में सबसे अधिक साइंस के छात्र, इसके बाद अभियांत्रिकी और प्रौद्योगिकी
- स्नातकोत्तर में सामाजिक विज्ञान पहले व प्रबंधन दूसरे नंबर पर
- पीएचडी करवाने में राज्यों के विश्वविद्यालयों का नंबर सबसे ऊपर है
- सबसे अधिक छात्र नामांकन में उत्तर प्रदेश का पहला स्थान है