दिल्ली: देश का सबसे बड़ा बैंक एसबीआई इन दिनों लगातार अपनी नीतियां बदल रहा है. ताजा बदलाव में उसने रेपो दर से जुड़े अपने आवास ऋण पर ब्याज की दर में 0.3 प्रतिशत तक की वृद्धि कर दी है.
छपी खबर के अनुसार, यह एसबीआई से होम लोन लेने वाले ग्राहकों के लिए एक झटका है.
माना जा रहा है कि कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर उधार लेने वालों तथा रियल्टी कंपनियों को दिए गए लोन को लेकर जोखिम बढ़ गया है. इसी के मद्देनजर बैंक ने यह कदम उठाया है.
बैंक ने अचल संपत्ति के एवज में लिये जाने वाले व्यक्तिगत ऋण पर भी ब्याज दर में 0.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है. माना जा रहा है कि बाजार में अग्रणी स्थान रखने वाले भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के इस कदम के बाद दूसरे बैंक भी इसका अनुसरण करेंगे.
एसबीआई ने गुरुवार को ही अपनी प्रधान उधारी दर में 0.15 प्रतिशत की कटौती की थी, जिसके बाद कोष की सीमांत लागत आधारित ब्याज दर (एमसीएलआर) से जुड़ी आवास ऋण की ब्याज दर भी घट गई.
स्टेट बैंक के ज्यादातर आवास ऋण रेपो दर के आधार पर या एमसीएलआर के आधार पर ही दिए जाते हैं.
एसबीआई ने हालांकि, वाह्य मानक पर आधारित उधारी दरों को 7.05 प्रतिशत पर स्थिर रखा है, लेकिन विभिन्न गृह ऋण उत्पादों में मार्जिन में 0.3 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर गृह ऋण की दरों को बढ़ाया गया है.
बैंक की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के मुताबिक नई दरें एक मई से प्रभावी हैं.