शशिभूषणदूबे कंचनीय,
लखनऊ: जौनपुर मे देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से हिंदी पत्रकारिता जगत के जाने माने पत्रकार लालजी मिश्र का देहान्त हो गया. वो 85 वर्ष के थे . कल रात 9:00 बजे लम्बे बीमारी के बाद उनका निधन हो गया. स्वर्गीय मिश्र नवभारत टाइम्स मुंबई संस्करण में 4 दशकों तक विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएं दी और अंत में शहर संपादक के रूप में सेवानिवृत्त होने के उपरांत भी स्वतंत्र पत्रकारिता पुस्तक लेखन धार्मिक सामाजिक कार्यक्रमों में अपना जीवन व्यतीत किया. पंडित लालजी मिश्र जौनपुर जिले के बरपुर बेलहटा गांव के मूल निवासी थे.
45 वर्ष पहले वे मुंबई जाकर उन्होंने पत्रकारिता जगत में अपनी किस्मत को आजमाया और पत्रकारिता जगत में चरम पर रहे. स्वर्गीय मिश्र पिछले काफी दिनों से हृदय रोग के ऑपरेशन से स्वस्थ होकर जीवन यापन कर रहे थे. उन्होंने पुस्तक लेखन में पत्रकार की अनुभव यात्रा छत्रपति शिवाजी महाराज महाराणा प्रताप सिद्व स्थल राउर बाबा नामक पुस्तकों का लेखन का कार्य किया .
वह मुंबई में उत्तर भारतीयों के बीच बहुत ही लोकप्रिय रहे और उत्तर भारतीय राजनीतिज्ञों में उनकी गहरी पैठ भी थी. मुंबई की पत्रकारिता जगत में उनका बहुत सम्मान था उन्होंने अपने सानिध्य में अनेक पत्रकारों को पत्रकारिता की शुरुआत कराई जो आज मुंबई और दिल्ली जैसे महानगरों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं वे.
अपने पीछे दो पुत्रों अमरनाथ मिश्र और रविंद्र नाथ मिश्र तथा दो पुत्ररियों सहित नाती और पोतों का एक भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं. उनकी अंतिम यात्रा आज मुंबई के कांदिवली इलाके में स्तिथ श्मशान पर हुई . उनके निधन की खबर सुनते ही देश के विभिन्न जनपदों में उनके जानने वाले पत्रकार और पत्रकारिता जगत के लोगों में शोक की लहर दौड़ गई.