ग्वालियर: जेंडर गैप को कम करने के प्रयास करें. सिंधिया मंगलवार को सेंटर फॉर रिसर्च एंड इंडस्ट्रियल स्टाफ परफार्मेंस (क्रिस्प) के अधिकारियों के साथ आईटीआई की ग्रेडिंग के संबंध में चर्चा कर रही थीं.
मंत्री सिंधिया ने कहा कि प्रदेश के आईटीआई के बच्चों को डिजिटली अपग्रेड करने में क्रिस्प की मदद ली जायेगी. हमें अपने पाठ्यक्रम को वर्तमान परिप्रेक्ष्य में तैयार करते हुए यह देखना होगा कि छात्रों को रोजगार के लिये हम क्या संभावनाएं और उम्मीद दे रहे हैं.
उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीक की मशीनों की जानकारी पढ़ाने वाले टीचर्स को भी होना चाहिये. इसके लिये उनके लिये रिफ्रेशर कोर्स ट्रेनिंग कार्रवाई जाये. सिंधिया ने कहा कि वर्तमान में कोरोना के कारण बेरोजगारी बढ़ी है, ऐसे समय में हम विभिन्न विधाओं में युवाओं, महिलाओं और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बच्चों को कौशल विकास का प्रशिक्षण देकर रोजगार प्रदान कर सकते हैं.
क्रिस्प के सीईओ मुकेश शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके द्वारा 20 चिन्हित आईटीआई का मूल्यांकन अलग-अलग निर्धारित पैरामीटर्स पर किया गया है.
इस अवसर पर प्रमुख सचिव तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार केरोलिन खोगवार देशमुख, संचालक कौशल विकास एस. धनराज उपस्थित थे.