कोलकाताः तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पश्चिम बंगाल के पूर्व मंत्री मदन मित्रा शारदा चिटफंड घोटाले की जांच के संबंध में यहां प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों के समक्ष शुक्रवार को पेश हुए.
सीबीआई ने मित्रा को इस मामले में कथित तौर पर शामिल होने के चलते गिरफ्तार किया था और बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी. टीएमसी ने मित्रा को आगामी विधानसभा चुनाव में कामारहाटी सीट से टिकट दिया है.
टीएमसी उम्मीदवार ने कहा, ”ईडी ने मुझे आज अधिकारियों के समक्ष पेश होने के लिए कहा था. मैं जांच में सहयोग करता रहूंगा.”
ईडी ने पूर्व आईपीएस अधिकारी सुरजीत कार पुरकायस्थ और रजत मजूमदार को भी नोटिस भेजे हैं. एजेंसी करोड़ों रुपये के शारदा घोटाले में धनशोधन के पहलुओं की जांच कर रही है.
ईडी के सूत्रों ने बतााया कि दोनों को अगले सप्ताह एजेंसी के समक्ष पेश होने के लिए कहा गया है.
पश्चिम बंगाल के पूर्व डीजीपी मजूमदार को सीबीआई ने पहले चिटफंड घोटाले में गिरफ्तार किया था. कलकत्ता उच्च न्यायालय ने बाद में उन्हें जमानत दे दी थी.
पश्चिम बंगाल के राज्य सुरक्षा सलाहकार पुरकायस्थ शारदा समूह की कंपनी की कई बैठकों में शामिल हुए थे.
ऐसा आरोप है कि शारदा समूह ने अपनी जाली योजनाओं के जरिए हजारों निवेशकों को ठगा.