पटनाः बिहार में नवगठित एनडीए सरकार में सबसे हैरान करने वाला नाम है शीला मंडल का. फुलपरास विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक बनकर शीला मंडल मंत्री बनी हैं और उन्हें परिवहन विभाग का जिम्मा सौंपा गया है.
मधुबनी जिला के फुलपरास सीट पर जदयू की शीला मंडल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के कृपानाथ पाठक को हराया है, उन्हें कुल 74919 मत प्राप्त हुए थे. यहां बता दें कि फुलपरास विधानसभा क्षेत्र से पहली बार विधायक बनकर मंत्री बनी शीला मंडल (शीला कुमारी) के पति शैलेन्द्र कुमार ग्रामीण कार्य विभाग में कार्यपालक अभियंता हैं.
राजनीति की शुरुआत इनके पति ई. शैलेन्द्र कुमार का स्व. कर्पूरी ठाकुर के साथ करीबी से हुआ. शीला मंडल की शादी 1991 में हुई थी. उसके बाद से वे हमेशा एक गृहिणी के रूप में घर संभाल रहीं थीं. हरियाणा के पूर्व राज्यपाल धनिकलाल मंडल शीला मंडल के चचेरे ससुर हैं.
धनिक लाल मंडल 1977 में झंझारपुर से सांसद भी हुए थे. इसके पहले वह बिहार विधानसभा के अध्यक्ष भी हुए थे. धनिक लाल मंडल के पुत्र भारत भूषण राजद के टिकट पर लौकहा सीट से विधायक बने हैं. इस तरह से भारत भूषण शीला मंडल के चचेरे जेठ हुए.
बताया जाता है कि पोस्ट ग्रेजुएट शीला की रुचि कविता लेखनी में रही है. उन्हें एक पुत्री व एक पुत्र है. पुत्री श्रेयशी शैल आर्टिटेक इंजीनियर है तो पुत्र शुभम शैल अभी एमबीए कर रहा है. मंत्रिमंडल में शामिल होने के बाद उनके घर में खुशी का माहौल है. शीला के ससुर मुंशी मंडल, देवर देवेन्द्र मंडल, रमेश मंडल, सहित घर के सारे लोग बेहद खुश हैं और इस वक्त पटना में ही पधारे हुए हैं.