हजारीबाग : जिले में कोरोना संकट के बीच स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) की महिलाएं होम क्वारंटाइन में रहने वाले प्रवासी मजदूरों को दिए जाने वाले मुख्यमंत्री आहार पैकेट को पैक कर रहीं हैं. यह उन्हें सेवा के साथ-साथ रोजगार का अवसर भी उपलब्ध करा रहा है. समूह की महिलाएं झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी जेएसएलपीएस से जुड़ी हैं.
हजारीबाग में जिला आपूर्ति विभाग के तत्वावधान में कृषि उत्पादन बाजार समिति परिसर में महिलाएं मुख्यमंत्री आहार पैकेट पैक कर रही है. इसमें करीब 2 दर्जन महिलाओं को रोजगार मिला हुआ है. यहां काम कर रही बबीता देवी ने बताया कि उन्हें इससे रोजगार मिलने के साथ-साथ सेवा करने का भी मौका मिल रहा है.
कृषि उत्पादन बाजार समिति के सचिव राकेश कुमार सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री आहार पैकेट को पैक करने में पारदर्शी एवं सही से पैकेट बनाने का जिम्मा महिलाओं को मिला है. महिलाएं इस कार्य में बेहतर तरीके से कर भी रही हैं. उन्होंने कहा कि इससे उन्हें कोरोना काल में रोजगार भी मुहैया हो रहा है.
उपायुक्त डॉ भुवनेश प्रताप सिंह ने कहा कि प्रशासनिक महकमा जिले में महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा सशक्त करने के काम में जुटा है. इतना ही नहीं, यहां पर महिला शिक्षिकाओं को ही दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया है, ताकि पैकेट ठीक से पैक किया जा सके. उन्होंने बताया कि ये महिलाएं अब तक 8 हजार पैकेट बना चुकी हैं.
कोरोना काल ने जहां मुश्किलें खड़ी की हैं, वहीँ यह कई लोगों को सेवा सहयोग का अवसर भी प्रदान कर रहा है. जिले में स्वयं सहायता समूह से जुडी महिलाओं को प्रवासी मजदूरों के लिए मुख्यमंत्री आहार के पैकेट बनाने का काम उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त भी बना रहा है.