मुंबई: शिवसेना बनाम कंगना रनौत का विवाद बढ़ता ही जा रहा है. दोनों ओर से एक के बाद एक बयान देकर पलटवार किए जा रहे हैं. इसी बीच शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में भी कंगना रनौत पर जमकर हमला बोला है. सामना के संपादकीय में कंगना रनौत को देशद्रोही, बेईमान और मानसिक विकृत बताया गया है. मोदी सरकार पर भी हमला बोलते हुए कहा गया है कि देशद्रोही को सुरक्षा दी गई है. सामना में पत्रकारों के लिए भी आपत्तिजनक शब्द के प्रयोग किए गए हैं.
कंगना को सुरक्षा देने पर हमारे 106 शहीद स्वर्ग में आंसू बहा रहे होंगे: सामना
सामना में लिखा गया है कि मुंबई की तुलना ”पाक अधिकृत” कश्मीर से करना और मुंबई पुलिस को माफिया बोलकर खाकी वर्दी का अपमान करना बिगड़ी हुई मानसिकता के लक्षण हैं. महाराष्ट्र की 11 करोड़ मराठी जनता और मुंबई का अपमान मतलब देशद्रोह जैसा अपराध प्रतीत होता है. लेकिन इस तरह के अपराध करने वालों के साथ राष्ट्रभक्त मोदी सरकार का गृह मंत्रालय सुरक्षा कवच देकर खड़ा होता है, तब हमारे 106 शहीद स्वर्ग में आंसू बहा रहे होंगे.
सामना में लिखा गया है, मुंबई किसकी? मुंबई महाराष्ट्र की राजधानी है. लेकिन इसी के साथ देश का सबसे बड़ा आर्थिक लेन-देन का केंद्र भी है. महाराष्ट्र की 11 करोड़ मराठी जनता और मुंबई का अपमान मतलब देशद्रोह जैसा अपराध प्रतीत होता है.
पत्रकारों पर भी साधा गया निशाना
सामना में लिखा गया है कि राजनीतिक एजेंडे को सामने लाने के लिए देशद्रोही पत्रकार और सुपारीबाज कलाकारों के राजद्रोह का समर्थन करना भी ”हरामखोरी” है. मतलब माटी से बेईमानी ही है. जो लोग महाराष्ट्र के बेईमानों के साथ खड़े हैं, उन्हें 106 शहीदों की बद्दुआ तो लगेगी ही, लेकिन राज्य की 11 करोड़ जनता भी उन्हें माफ नहीं करेगी!
सामना में लिखा गया है कि ”मुंबाई” माता का अपमान करनेवालों के नाम महाराष्ट्र के इतिहास में डामर से लिखे जाएंगे. बेईमान कहीं के! ये लोग अब राष्ट्रभक्ति का तुनतुना न बजाएं, बस इतनी ही अपेक्षा है!
कंगना रनौत ने किया पलटवार
सामना के संपादकीय को लेकर कंगना रनौत ने भी जवाब दिया है. कंगना रनौत ने कहा कि वह मुंबा देवी के आशीर्वाद से ही मुंबई में हैं और महाराष्ट्र की अस्मिता के लिए अपना खून भी दे सकती हैं.
एक अन्य ट्वीट में कंगना ने लिखा, ये मुंबई में मेरा घर है,मैं मानती हूं महाराष्ट्र ने मुझे सब कुछ दिया है, मगर मैंने भी महाराष्ट्र को अपनी भक्ति और प्रेम से एक ऐसी बेटी की भेंट दी है जो महाराष्ट्र शिवाजी महाराज की जन्मभूमि में स्त्री सम्मान और अस्मिता के लिए अपना खून भी दे सकती है, जय महाराष्ट्र.