रांची: जमशेदपुर के पूर्व एसएसपी और वर्तमान में जैप 9 पलामू के कमांडेंट अनूप बिरथरे की परेशानी बढ़ सकती है. पुलिस मुख्यालय की ओर से उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा गया है. इसका जवाब उन्हें 15 दिनों के अंदर देना है.
आईपीएस अधिकारी पर आरोप है कि उन्होंने जमशेदपुर के एसएसपी रहते 5 मोबाइल नंबरों का नियम विरुद्ध सीडीआर निकाला था जिसका इस्तेमाल एक मुकदमे में किया गया था.
इस पूरे मामले की जांच सीआईडी ने की थी. सीआईडी ने आईपीएस अधिकारी के खिलाफ लगे आरोप को सही पाया है और उन्हें दोषी करार दिया है. इस मामले में बिरथरे के खिलाफ अपराधिक मामला भी दर्ज हो सकता है.
पूर्व डीजीपी डी के पांडे के पुत्र और उनकी बहू रेखा मिश्रा के बीच विवाद हुआ था. पांडे के पुत्र ने कुटुंब न्यायालय में तलाक का मुकदमा दायर किया था. इस मामले में एकतरफा फैसला उनके पक्ष में सुनाया गया. अदालत में पांडे की ओर से पांच नंबरों का सीडीआर जमा कराया गया था. इसी के आधार पर रेखा मिश्रा पर विवाहेत्तर संबंध रखने का आरोप लगाया गया था. जिन नंबरों का सीरियल जमा कराया गया था. उनमें दो नंबर रेखा मिश्रा के थे और बाकी तीन नंबर पीयूष विजयवर्गीय के थे.
यह सीडीआर तत्कालीन डीजीपी के मौखिक आदेश पर निकाला था. नियम विरुद्ध निकालने के आरोप लगने के बाद इस मामले की जांच सीआईडी ने की सीआईडी की टीम जाकर वहां तकनीकी शाखा के पुलिस कर्मियों से पूछताछ की. जांच में पता चला कि पांच नंबरों का सीडीआर निकाला गया और विभागीय पत्र के जरिए सभी सीडीआर तत्कालीन डीजीपी को भेजा गया है. सीआईडी ने माना है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के खिलाफ यह अपराधिक मामला है.